जयपुर
राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद बवाल जारी है. राजस्थान से लेकर उत्तर प्रदेश तक शहर-शहर प्रदर्शन हो रहे हैं. लोग हत्यारों की जल्द गिरफ़्तारी और एनकाउंटर की मांग कर रहे हैं. बीते दिन गोगामेड़ी का अंतिम संस्कार हुआ. इस दौरान लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती भी रही. इन सबके बीच गोगामेड़ी की बेटी उर्वशी ने नम आंखों से कहा कि अब चारो तरफ पुलिस ही पुलिस है, पहले पापा को कोई सुरक्षा नहीं दी. अगर दी होती तो ये दिन ना देखने पड़ते.
बता दें कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की अंत्येष्टि से पहले उनकी बेटी उर्वशी पहली बार मीडिया के सामने आई. उर्वशी ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आज यहां सब इकट्ठे इसलिए हुए हैं क्योंकि मेरे पापा की गोली मारकर गद्दारों द्वारा हत्या कर दी गई है. जिन्होंने ये किया है उनको फांसी हो.
उर्वशी गोगामेड़ी ने आगे कहा- अब चारो तरफ पुलिस ही पुलिस है पर उस वक्त पापा को कोई सुरक्षा नहीं दी गई. इसी का परिणाम है ये सब. मेरी माताओं, बहनों, दादोसा, दादीसा को मेरी जरूरत पड़ी तो मैं रात में भी वहां (धरना स्थल) खड़ी मिलूंगी.
सूरमा कभी मरते नहीं: उर्वशी गोगामेड़ी
उर्वशी ने पिता के हत्यारों को ललकारते हुए कहा कि ये बदमाश ये सोच रहे हैं कि हत्या करने से इनका पूरा परिवार दबाव में आ जाएगा. लेकिन ऐसा नहीं होगा. सूरमा कभी मरते नहीं हैं… अमर होते हैं. कुछ महीने पहले पापा को पाकिस्तान से धमकियां आईं थीं. तब पापा ने प्रशासन से सुरक्षा की मांग की थी लेकिन कोई सुरक्षा नहीं मिली. अब उनकी हत्या हो गई तो चारों तरफ पुलिस ही पुलिस है.
बकौल उर्वशी- पिता के साथ जो कुछ हुआ उसकी जिम्मेदार सरकार है. अब मांगें मानने का क्या मतलब, पहले ही मान लेते तो ये दिन ना देखना पड़ता. सबका सपोर्ट रहा तो राजनीति में आएंगे. पापा की तरह करणी सेना को संभालेंगे.
गोगामेड़ी की पत्नी ने दिया ये अल्टीमेटम
वहीं, सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या पर उनकी पत्नी शीला शेखावत ने कहा- आज फिर से उन लोगों ने दगा किया है. दगा करके एक शेर को गीदड़ों ने मारा है. एक हीरे को हमने खोया है. आपके (गोगामेड़ी) दादा ने बोला था वो बात आज मैं आपके सामने फिर से दोहराना चाहती हूं कि मैंने हर गली में, हर घर में सुखदेव सिंह पाला है. तो क्या वे सुखदेव सिंह तैयार हैं? क्योंकि आज मुझे उन सुखदेव सिंह की बहुत जरूरत है.
शीला शेखावत ने प्रशासन को भी अल्टीमेटम देते हुए कहा- ये लोग कह सकते हैं कि अपराधी अरेस्ट हो गए, लेकिन जब तक हमारे सामने उन गुंडों को अरेस्ट करके नहीं लाएंगे तब तक आपको (प्रदर्शनकारियों) हिलना नहीं है. सुखदेव सिंह ने कभी लेटर पर आश्वासन नहीं लिया बल्कि ताल ठोक के अपना काम करवाया है. हम डटे रहेंगे.