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MP: तीन केंद्रीय मंत्रियों के सामने दोहरी चुनौती, खुद जीतना भी है और दूसरों को जिताना भी

  1. – तोमर दिमनी के साथ ग्वालियर -चंबल भी संभाल रहे
  2. फग्गन और प्रहलाद को अपनी विधानसभा सीटों के साथ महाकोशल का भी जिम्मा
  3. पांच सीटें ऐसी जहां 2018 के चुनाव में भाजपा को मिली थी हार

Madhya pradesh three union ministers in madhya pradesh have a double challenge they have to win themselves and also make others win: digi desk/BHN/भोपाल/ विधानसभा चुनाव में भाजपा ने भले ही तीन केंद्रीय मंत्रियों को प्रत्याशी बनाकर कांग्रेस की मुसीबत बढ़ा दी हो, लेकिन इससे अधिक दोहरी चुनौती इन तीन केंद्रीय मंत्रियों के सामने हैं। इन्हें खुद जीतना भी है और भाजपा प्रत्याशियों को जिताना भी है। वे अपने विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार तो कर ही रहे इससे कहीं अधिक पसीना वे अन्य प्रत्याशियों के विधानसभा क्षेत्रों में बहा रहे हैं।

केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर दिमनी से प्रत्याशी हैं। उनके सामने कांग्रेस प्रत्याशी रविंद्र सिंह तोमर हैं। नरसिंहपुर से प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल अपने विधानसभा क्षेत्र के साथ ही कमल नाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में लगातार प्रचार की कमान संभाले हुए हैं। इनके सामने कांग्रेस प्रत्याशी लाखन सिंह पटेल ताल ठोक रहे हैं।

वहीं निवास विधानसभा सीट से प्रत्याशी फग्गन सिंह कुलस्ते के सामने चैन सिंह वरकड़े कांग्रेस प्रत्याशी हैं। तोमर को ग्वालियर -चंबल, फग्गन और प्रहलाद को अपनी विधानसभा सीटों के साथ महाकोशल की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। इनके अलावा चार भाजपा सांसद भी विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैँ। इनमें सीधी से सांसद रीति पाठक, सतना से गणेश सिंह, जबलपुर पश्चिम से राकेश सिंह, गाडरवाड़ा से उदय प्रताप सिंह प्रत्याशी हैं।

सात में से पांच सीटों पर कांग्रेस का कब्जा

सात विधानसभा सीटों पर तीन केंद्रीय मंत्री और चार सांसद प्रत्याशी हैं। प्रहलाद सिंह पटेल को अपने घर से सीट मिली है। उनके भाई जालम सिंह पटेल की जगह प्रहलाद को उतारा गया है। यह सीट लंबे समय से भाजपा के कब्जे में रही है। इसी तरह सीधी विधानसभा सीट से केदार नाथ शुक्ल भाजपा विधायक रहे हैं।

उनका टिकट काटकर इसी संसदीय सीट से सांसद रीति पाठक को विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया गया है। शेष पांचों विधानसभा सीट दिमनी, निवास, गाडरवारा, जबलपुर पश्चिम और सतना में 2018 के चुनाव में भाजपा को हार मिली थी।

सीधी विधानसभा सीट भाजपा के कब्जे में रही हो, लेकिन यहां से विधायक केदार नाथ शुक्ल बागी हो गए हैं और इसी विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी हैं। इन विधानसभा सीटों पर जीत हासिल करना सातों सांसदों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।

सातों सीटें एक नजर में

विधानसभा सीट– भाजपा प्रत्याशी– कांग्रेस प्रत्याशी- वर्तमान में कब्जा- दिमनी–नरेंद्र सिंह तोमर– रविंद्र सिंह तोमर– कांग्रेस- निवास (एसटी)– फग्गन सिंह कुलस्ते– चैन सिंह वरकड़े– कांग्रेस- नरसिंहपुर– प्रहलाद सिंह पटेल–लाखन सिंह पटेल– भाजपा- गाडरवाड़ा– उदय प्रताप सिंह– सुनीता पटेल– कांग्रेस-जबलपुर पश्चिम– राकेश सिंह– तरूण भनोत– कांग्रेस- सतना– गणेश सिंह– सिद्धार्थ कुशवाह– कांग्रेस- सीधी– रीति पाठक– ज्ञान सिंह– भाजपा

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