Madhya pradesh betul students forced to cross the swollen river with bags on their heads risking their lives to go to school: digi desk/BHN/बैतूल/ घोड़ाडोंगरी विधानसभा क्षेत्र में आने वाले शाहपुर विकासखंड के ग्राम टांगनामाल से ग्राम बीजादेही के बीच पड़ने वाली मोरंड नदी पर अब तक पुल का निर्माण नहीं हुआ हैं। ग्रामीणों को बारिश में तो जान जोखिम में डालकर उफनती नदी पार करना पड़ता है। स्कूल के बच्चे भी सिर पर बस्ता रखकर उफनती नदी में उतरते हैं। वह जिंदगी को दांव पर लगाकर स्कूल आना-जाना कर रहे हैं। बाढ़ में बच्चों के नदी पार करते समय का वीडियो शुक्रवार को इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ है।
ग्राम टांगना माल के आधा सैकड़ा बच्चे बीजादेही के हाईस्कूल और हायर सेकंडरी स्कूल जाने के लिए रोज जान को नदी पार करने में जोखिम में डालते हैं। क्षेत्र के नेताओ ने मोरंड नदी पर पुल बनाने के लिए कोई कारगर प्रयास नहीं किए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य ,सड़क और रोजगार की समस्या बनी हुई है।
ग्रामीण पप्पू कवड़े, दीपक नाथ ने बताया कि टांगना माल ग्राम के लगभग आधा सैकड़ा बच्चे बीजादेही के स्कूल जाते हैं, जो हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ते हैं। टांगना माल और बीजादेही के बीच मोरंड नदी पड़ती है। बारिश में स्कूली बच्चे छाती तक पानी में सिर पर बस्ता रखकर नदी पार करके स्कूल आते जाते हैं। इसी तरह टांगना माल के ग्रामीण भी बारिश में अस्पताल और बाजार जान जोखिम में डालकर उफनती नदी पार करके बीजादेही जाते हैं।
कई साल से ग्रामीण कर रहे मांग
ग्रामीणों ने बताया कि यहां पुल बनाने के लिए कई साल से ग्रामीण मांग कर रहे हैं। पूर्व विधायक से लेकर वर्तमान विधायक, सांसद तक से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन किसी ने ग्रामीणों की सुध नहीं ली। वर्तमान सरपंच राधा पप्पू आहके ने भी विधायक और सांसद के पास जाकर मोरंड नदी पर बीजादेही से टांगना के बीच पुल बनाने का अनुरोध किया था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
जनप्रतिनिधियों ने नहीं दिया ध्यान
ग्राम पंचायत सरपंच राधा पप्पू आहके ने कहा कि कई बार बीजादेही जाने के लिए रास्ते में पड़ने वाली मोरंड नदी में पुल बनाने के लिए ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों से कहा, लेकिन जनप्रतिनिधियों ने इस ओर ध्यान नही दिया।