World general the united nations reacts on renaming the country as bharat giving turkey example: digi desk/BHN/न्यूयॉर्क/ देश नाम इंडिया से बदलकर भारत करने की चर्चा के बीच संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रिया भी आ गई है। एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि जब भी कोई देश अपना नाम बदलने की अनुरोध करता है, तो संयुक्त राष्ट्र इस पर विचार करता है।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के उप प्रवक्ता फरहान हक ने तुर्की द्वारा अपना नाम बदलकर तुर्किये रखने और संयुक्त राष्ट्र के औपचारिक अनुरोध पर सहमत होने का उदाहरण दिया।
भारत के अनुरोध पर भी विचार करेगा संयुक्त राष्ट्र
फरहान हक ने इस संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा, “तुर्किये के मामले में हमने वहां की सरकार द्वारा दिए गए औपचारिक अनुरोध का जवाब दिया। जाहिर है, अगर भारत से भी हमें इस तरह के अनुरोध मिलता है, तो हम उस पर विचार करते हैं।
भारत में तेज हुई राजनीति
इंडिया का नाम बदलकर भारत करने की बात सबसे पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कही थी। भागवत ने एक कार्यक्रम में उपस्थित लोगों से कहा कि वे अब इंडिया कहना बंद कर दें और इसके स्थान पर भारत का उपयोग करें। यही देश का सही नाम है।
इसके बाद जी-20 में आ रहे मेहमानों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से भेजे गए निमंत्रण में ‘भारत का राष्ट्रपति’ कहा गया। वहीं इंडोनेशिया जाने से पहले सरकार ने भी नरेंद्र मोदी को “भारत का प्रधानमंत्री” कहा।
दूसरा पक्ष कह रहा है कि विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. से डर कर सरकार देश का नाम भारत करने जा रही है। हालांकि सरकार की ओर से आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन विपक्ष को आशंका है कि 18 सितंबर से 23 सितंबर तक बुलाए गए संसद के विशेष सत्र में सरकार इस पर बिल ला सकती है।