पन्ना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ पन्ना जिले में मनरेगा से हो रहे कार्यों की शिकायत और विरोध करने पर दबंगों ने जिला पंचायत सदस्य को गोली मार दी। हालत गंभीर होने पर घायल को पन्ना जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया। पुलिस ने गोलीकांड के एक दिन बाद भी मामला दर्ज नहीं किया है।
इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर इसका विरोध जताया है। कमलनाथ ने लिखा कि ‘पन्ना में दलित जिला पंचायत सदस्य राजकुमार चौधरी को दबंगों ने गोली मार दी। मैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पूछना चाहता हूं कि क्या मध्यप्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह समाप्त हो गई है? चुने हुए प्रतिनिधियों के साथ इस तरह खुलेआम अत्याचार कब तक होता रहेगा?’
5 से 6 दबंगों ने चलाई गोली
जिला पंचायत के वार्ड नंबर 11 से सदस्य रामकुमार चौधरी ने बताया कि सिमरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाली अतरहाई पंचायत में कुछ दबंग सरपंच-सचिव के साथ मिलकर जेसीबी से मनरेगा के काम करा रहे हैं। मैंने इसका विरोध किया। विरोध करने की वजह से गांव के 5 से 6 दबंगों ने मुझ पर गोली चला दी। गोली मेरे पैर में लगी है, सिर पर भी चोट आई।
आरोपी बोले- जिपं सदस्य ने रचा षड्यंत्र
गोलीकांड के एक दिन बाद आरोपी पक्ष शनि प्रताप सिंह ने वीडियो जारी करते हुए कहा कि राजकुमार ने अतरहाई पंचायत में काम के लिए हमसे कमीशन की मांग की थी। इस डीलिंग का वीडियो भी बनवाया गया। इस वीडियो के वायरल होने के डर से राजकुमार ने फायरिंग और मारपीट करने का षड्यंत्र रचा। जबकि यह सभी आरोप निराधार है। जिसकी पन्ना पुलिस को बारीकी से जांच करनी चाहिए।
शनि प्रताप सिंह परमार ने कहा कि मैं सरपंच-सचिव के साथ गांव में मनरेगा तहत एक तालाब का निर्माण कार्य करवा रहा था। इस कार्य के लिए आरईएस विभाग ने 99 लाख रुपए स्वीकृत किए। एक दिन कार्य के दौरान जिपं के वार्ड 11 के सदस्य रामकुमार चौधरी मौके पर पहुंचे। मशीनों से काम चलता देख उन्होंने वीडियो बना लिया। वीडियो के एवज में जिपं सदस्य ने चार लाख रुपए मांग की। पैसे न देने पर उन्होंने मामले की लिखित शिकायतें भी की। वहीं अप्रैल के माह में उनसे बात हुई। दो लाख लेनदेन की बात पर सहमति बनी।
कमलनाथ ने कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल
इस मामले में पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि ‘पन्ना जिले में वार्ड 11 के दलित जिला पंचायत सदस्य राजकुमार चौधरी को दबंगों ने गोली मार दी। प्राप्त जानकारी के अनुसार चौधरी मनरेगा के काम में मशीनों के प्रयोग का विरोध कर रहे थे। मैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पूछना चाहता हूं कि क्या मध्यप्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह समाप्त हो गई है? चुने हुए प्रतिनिधियों के साथ इस तरह खुलेआम अत्याचार कब तक होता रहेगा?’
कमलनाथ ने कहा कि ‘मैं आपको याद दिलाना चाहता हूं कि एक हफ्ते के भीतर दलितों पर अत्याचार की यह तीसरी बड़ी घटना है। छतरपुर में एक दलित युवक की बारात पर पथराव हुआ है। रतलाम में 9 साल की दलित समुदाय की बच्ची के साथ बलात्कार हुआ और अब पन्ना में दलित समुदाय की जिला पंचायत सदस्य को गोली मार दी। क्या आपके राज में दलितों को मध्यप्रदेश में जीने का अधिकार नहीं है? मैं आपसे मांग करता हूं इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।’