- माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्य प्रदेश भोपाल ने दसवीं और बारहवीं के परिणाम किए घोषित
- टॉपर्स की सूची में पिछड़ गई बेटियां, रिजल्ट भी कमजोर
- राज्य प्रावीण्य सूची में कक्षा दसवीं के 15 छात्र, बारहवीं में 9 छात्रों को मिला स्थान
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्य प्रदेश भोपाल ने गुरूवार को कक्षा दसवीं और बारहवीं के परिणाम घोषित कर दिए। जिले के छात्रों ने पिछले साल की तुलना में कक्षा दसवीं में जहां बेहतरीन प्रदर्शन किया। जिससे परिणाम की सेहत लगभग 12.12 फीसदी सुधरी वहीं कक्षा 12वीं के परिणाम पर एक बार फिर कोरोना का कहर बरपा और नतीजा सुधरने की जगह 26.05 प्रतिशत नीचे गिर गया।इस बार के नतीजों में बेटियों ने निराश किया। एक तरह जहां मैरिट सूची में स्थान कम छात्राओं को मिली तो वहीं सफलता का ग्राफ भी लड़कों की अपेक्षा कमजोर रहा। दसवीं के कुल 15 छात्रों को प्रदेश की मैरिट में स्थान मिला। जबकि कक्षा 12वीं में नौ छात्रों ने प्रदेश में स्थान बनाया।
उल्लेखनीय है कि रिजल्ट सुधार की सभी कवायदों का असर मिला-जुला देखने को मिला। दसवीं के परिणाम में पिछले साल की तुलना में सुधार हुआ। साल 2022 में कुल परिणाम 40.58 फीसदी था जबकि इस बार 52.70 फीसदी रहा। वहीं कक्षा 12वीं में पिछले साल 2022 का रिजल्ट 61.87 फीसदी रहा और 2023 में 35.82 प्रतिशत परिणाम आ सका।
दसवीं का नतीजा
कुल छात्र – लड़के- लड़की
28196 – 13662-14534
पास
14859- 7300-7559
फेल
10134-4941-5193
सप्लीमेंटी
3200- 1418-1782
प्रतिशत
52.70- 53.44-52.00
बारहवीं का नतीजा
कुल छात्र- लड़के- लड़की
26854-13020-13834
पास
9620-4609-5011
फेल
13000-6590-6410
सप्लीमेंट्री
4231-1820-2411
प्रतिशत
35.82-35.40-36.22
रिजल्ट कक्षा 10वीं
- नाम- प्रदेश में स्थान- अंक
- श्रीश कुशवाहा- छटवां- 489
- विशाल पाण्डेय- सातवां-488
- अनुष्का द्विवेदी- सातवां-488
- पलक गौतम- सातवां- 488
- गौरव दाहिया- आठवां-487
- सोनाली पाल- आठवां-487
- रिशिका द्विवेदी- आठवां- 487
- शिवम कुशवाहा- आठवां-487
- योगेश सेन- आठवां- 487
- ऐश्वर्य सिंह- नौवां- 486
- सागर द्विवेदी-नौवां- 486
- आकांक्षा पाल- नौवां- 486
- आकांक्षा शुक्ला- नौवां- 486
- अंशिता बुनकर- नौवां-486
- किशन शिवहरे- नौवां- 486
- कक्षा 12वीं
- नाम- प्रदेश में स्थान -अंक
- आकाश सिंह- आठवां-480
- कला समूह
- अभिलाष पटेल- नौवां- 479
- स्वास्तिक त्रिपाठी- नौवां-479
- तनु ताम्रकार- दसवां- 478
- गणित-विज्ञान समूह
- स्नेहा गुप्ता- आठवां- 472
- वाणिज्य समूह
- सत्यम साहू- तीसरा- 476
- कृषि समूह
- निकिता अग्रवाल- तीसरा-483
- काजल मिश्रा- नौवां- 477
- शुभम प्रजापति- दसवां- 476
जीव विज्ञान समूह
12 वीं में जिले के टापर्स
नाम- स्थान- अंक
- शिवम लोधी- पहला- 476
- अतुल सिंह- पहला- 476
- आदित्य वंशकार-दूसरा- 475
- सौम्या त्रिपाठी- तीसरा- 474
- रिया तिवारी- तीसरा-474
10वीं में जिले के टापर्स
नाम- स्थान- अंक
- कोमल सिंह- पहला- 484
- प्रतीक पटेल- पहला- 484
- प्रतीक गुप्ता- पहला- 484
- तरूण गुप्ता- पहला- 484
- दीपांशी पांडेय- पहला- 484
- अक्षय तिवारी- पहला- 484
- आदर्श गौतम- दूसरा -483
- आयुष विश्वकर्मा- दूसरा- 483
- कंचन सिंह- तीसरा- 482
- आयुष भट्ट- तीसरा- 482
- प्रियंका पटेल- तीसरा-482
- भागचंद्र सिंगरौल- तीसरा-482
- स्वाती सिंह- तीसरा- 482
- अमन त्रिपाठी- तीसरा- 482
- उज्जवल सिंह- तीसरा- 482
- समृद्धि सोनी- तीसरा- 482
- प्रिंस सिंह- तीसरा- 482
- अभिषेक द्विवेदी- तीसरा-482
- अनुज कुशवाह- तीसरा-482
इंजीनियरिंग के बाद आईईएस मेरा लक्ष्य: स्वास्तिक
उत्कृष्ट विद्यालय व्यंकट क्रमांक-1 से पढऩे वाले कक्षा 12वीं के स्वास्तिक त्रिपाठी ने गणित समूह में प्रदेश में नौवां स्थान प्राप्त किया है। उन्हें कुल 479 अंक प्राप्त हुए। उन्होंने कहा कि मेरा लक्ष्य पहले से निर्धारित था। मैने स्कूल टाइम के बाद लगभग छह घंटे रोजाना घर में भी पढ़ाई की। अब मैं इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद आईईएस की तैयारी करूंगा। उन्होंने बताया कि अब तक की पढ़ाई में मेरे पिता संजय त्रिपाठी, मां अंजनी त्रिपाठी, विद्यालय के प्राचार्य सुशील श्रीवास्तव और रसायन शास्त्र के व्याख्याता डॉ रामानुज पाठक का अहम विशेष योगदान रहा। माता-पिता के आर्शीवाद और गुरूजनों के मार्गदर्शन ने मुझे यहां तक पहुंचाने में अपना योगदान दिया। अब आगे मुझे और कठिन परिश्रम के साथ तैयारी करनी है। मुझे पूरी उम्मीद है कि पहले की तरह ही सभी का सर्पोट मिलेगा और मैं अपने लक्ष्य को पा सकूंगा। ज्ञात हो कि स्वास्तिक के पिता वकालत करते हैं और मां गृहणी हैं। मूल से यह सितपुरा के रहने वाले हैं।
पिता करते हैं टेलरिंग का काम, बेटे ने बनाया प्रदेश में स्थान
व्यंकट वन से कक्षा 10वीं की पढ़ाई कर प्रदेश मैरिट में आठवां स्थान बनाने वाले शिवम कुशवाहा के पिता प्रदीप कुशवाहा टेलरिंग का काम करते हैं। जबकि माता देवमती कुशवाहा गृहणी हैं। हनुमान नगर नई बस्ती में रहने वाले इस परिवार में कुल पांच सदस्य हैं। कम सुविधा संसाधनों के बाद भी परिवार के सभी बच्चों में पढ़ाई के प्रति अच्छी ललक है। प्रदेश में स्थान बनाने वाले शिवम का कहना है कि छमाही परीक्षा तक उसका स्कूल में छठवां स्थान रहता था। जिसके बाद उन्हें प्रदेश में स्थान बनाने की कोई उम्मीद नहीं थी, लेकिन पढ़ाई के लिए कठिन मेहनत जरूर की है। पिता ने कहा कि बेटे ने कमाल का प्रदशर्न किया है। जितना सोचते थे उससे कई गुना आगे निकला। ईश्वर से यही प्रार्थना है कि यही लय बरकरार रहे। शिवम ने कहा कि अभी कैरियर को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया बस मैथ विषय से अभी पढ़ाई करुगा।
यह एक सीढ़ी है, मंजिल अभी बांकी है: श्रीश
प्रदेश में छठवां स्थान पाकर अपने परिवार, विद्यालय और जिले का नाम रोशन करने वाले श्रीश कुशवाहा अपनी सफलता का श्रेय गुरुजनों और माता-पिता को देते हैं। उन्होने चर्चा के दौरान कहा कि यह सफलता की एक मात्र सीढ़ी है। मंजिल अभी बांकी है। उन्होंने कहा कि व्यंकट क्रमांक एक में गुरूओ का बेहतर मार्गदर्शन और परिवार का सपोर्ट रहा जिससे यहां तक पहुंच सका। अब मैथ विषय से हायर सेकेंडरी की पढ़ाई करुंगा इसके बाद यूपीएससी की तैयारी करुंगा। उन्होंनेे बताया कि उनके पिता प्रभात कुमार कुशवाहा प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क ईकाई में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं जबकि माता राजकुमारी गृहणी हैं। श्रीश ने कहा कि सफलता के लिए मैने कोई ट्रिक नहीं अपनाई। केवल कठिन परिश्रम ही बेहतर परिणाम दे सकती है। साधन-सुविधाएं सहयोगी हो सकती हैं, लेकिन सपलता के लिए खुद लगना पड़ता है।
कटपीस की दुकान में काम करने वाले के बेटे का कमाल
कक्षा दसवीं में प्रदेश में आठवा स्थान पाने वाले योगेश सेन के पिता देवेश सेन कटपीस की दुकान में सेल्समैन का काम करते हैं। जबकि माता सरोज सेन गृहणी हैं। तीन भाई बहनों में सबसे बड़े योगेश का मानना है कि शिक्षा ही एक मात्र साधन है जिसके बलबूते परिवार की स्थिति को बदला जा सकता है। उन्होंने कहा कि मैं अभी विचार कर रहा हूं कि कामर्स या आर्ट विषय से पढ़ाई करुं। मेरा लक्ष्य यूपीएससी ही है, लेकिन कोई न कोई विषय चुनना है। चूंकि मेरी रुचि अर्थशास्त्र और इतिहास पर है। ऐसे में ये दोनों इन्हीं ग्रुप में से ही मिल सकते हैं। योगेश वर्तमान समय में उमरी में रहते हैं जबकि मूल रुप से रीवा जिले के बेला के रहने वाले हैं।
किसान के बेटे आकाश ने खेती के साथ की पढ़ाई पाया प्रदेश में आठवां स्थान
व्यंकट वन स्कूल में पढऩे वाले कक्षा 12वीं के छात्र आकाश सिंह ने कला संकाय में प्रदेश की प्रवीणतम सूची में आठवां स्थान प्राप्त किया है। आकाश का कहना है कि वे आगे चलकर यूपीएससी की तैयारी करना चाहते है। 4 से 5 घंटे प्रॉपर स्टडी की। उनका कहना है कि उन्हे यह सफलता प्रॉपर स्टडी से मिली है।
आकाश के पिता हेमराज सिंह छोटे से किसान है। वे बैरिहा गांव रामपुर बघेलान के रहने वाले है। पिता के साथ काम में हांथ बटा कर पढ़ाई पर भी ध्यान देते थे। आकाश को 500 में 480 अंक मिले है।
अनुष्का को थी प्रदेश में फस्र्ट की उम्मीद पर संतुष्ट
कक्षा 10वीं में प्रदेश में प्रवीणतम सूची में सातवां स्थान पाने वाली अनुष्का द्विवेदी का कहना है कि उन्होंने प्रथम स्थान की उम्मीद की थी लेकिन सामने आए परिणाम से संतुष्ट है। एनसीआरटी की किताबों से पढ़ाई की। टीचर्स का सपोर्ट रहा। 8 से 10 घंटे की पढ़ाई करती थी। पेंरेट्स ने भी काफी सपोर्ट किया।