Aaj Ka Panchang: हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है। पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण है। यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदूमास एवं पक्ष आदि की जानकारी देते हैं। आइए जानते हैं आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय।
तिथि | तृतीया | 18:17 तक |
नक्षत्र | ज्येष्ठा | 19:02 तक |
करण | वणिजा विष्टि | 07:19 तक 18:17 तक |
पक्ष | कृष्ण पक्ष | |
वार | सोमवार | |
योग | शिव | 24:01 तक |
सूर्योदय | 05:39 | |
सूर्यास्त | 18:55 | |
चंद्रमा | वृश्चिक | 15:22 तक |
राहुकाल | 07:18 − 08:58 | |
विक्रमी संवत् | 2080 | |
शक सम्वत | 1944 | |
मास | ज्येष्ठ | |
शुभ मुहूर्त | अभिजीत | 11:51 − 12:44 |
राशिफल
मेष- मांगलिक या धार्मिक कार्य में व्यस्त हो सकते हैं। दूसरे से सहयोग लेने में सफलता मिलेगी। व्यावसायिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
वृषभ-आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। भाई-बहन या अधीनस्थ कर्मचारी से तनाव मिल सकता है। व्यक्ति विशेष का सहयोग रहेगा।
मिथुन-दांपत्य जीवन सुखमय होगा। पारिवारिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। आर्थिक मामलों में प्रगति होगी। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
कर्क-रोग या विरोधी तनाव का कारण हो सकता है। उच्च अधिकारी का सहयोग मिलेगा। व्यावसायिक कार्य में व्यस्त हो सकते हैं।
सिंह-आर्थिक मामलों में प्रगति होगी। चल या अचल संपत्ति के मामलों में सफलता मिलेगी। रचनात्मक प्रयास फलीभूत होगा।
कन्या-निजी रिश्तों में प्रगाढ़ता आएगी। पारिवारिक दायित्व की पूर्ति होगी। सामाजिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। व्यावसायिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
तुला-किया गया पुरुषार्थ सार्थक होगा। भाई-बहन का सहयोग मिलेगा। आर्थिक मामलों में प्रगति होगी। पारिवारिक जीवन सुखमय होगा।
वृश्चिक-आर्थिक सुधार होगा। दूसरे से सहयोग लेने में सफलता मिलेगी। धन, यश, कीर्ति में वृद्धि होगी। दांपत्य जीवन सुखमय होगा।
धनु-स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है। जीवन साथी या ससुराल पक्ष से तनाव मिल सकता है। व्यर्थ की भागदौड़ भी रहेगी।
मकर-दांपत्य जीवन में तनाव की स्थिति बन सकती है। झगड़ा-विवाद न करें। गृह उपयोगी वस्तुओं में वृद्धि होगी।
कुंभ-उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी। शिक्षा प्रतियोगिता के क्षेत्र में प्रगति होगी। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी।
मीन-आर्थिक मामलों में सुधार होगा। महिला अधिकारी का सहयोग मिलेगा। व्यावसायिक मामलों में प्रगति होगी।