7 May 2023 Ka Panchang: 7 मई को ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि और रविवार का दिन है। द्वितीया तिथि 7 मई को रात 8 बजकर 15 मिनट तक रहेगी। 7 मई को देर रात 2 बजकर 52 मिनट तक परिघ योग रहेगा। साथ ही 7 मई को रात 8 बजकर 21 मिनट तक अनुराधा नक्षत्र रहेगा। इस दिन देवर्षि नारद की जयंती भी है। कहते हैं नारद मुनि ब्रह्मा जी के सात मानस पुत्रों में से एक हैं। जानिए रविवार का पंचांग, राहुकाल, शुभ मुहूर्त और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय।
शुभ मुहूर्त
- द्वितीया तिथि – 7 मई को रात 8 बजकर 15 मिनट तक
- परिघ योग – 7 मई को देर रात 2 बजकर 52 मिनट तक
- अनुराधा नक्षत्र – 7 मई को रात 8 बजकर 21 मिनट तक
राहुकाल – शाम 05:18 से शाम 06:59 तक
सूर्योदय-सूर्यास्त का समय
- सूर्योदय- सुबह 5:35 AM
- सूर्यास्त- शाम 6: 58 PM
राशिफल
मेष- मैत्री संबंध प्रगाढ़ होंगे। मांगलिक या सांस्कृतिक उत्सव में हिस्सेदारी रहेगी। रचनात्मक प्रयास फलीभूत होगा।
वृषभ-शासन सत्ता का सहयोग रहेगा। ससुराल पक्ष से भी सहयोग मिल सकता है। निजी संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी।
मिथुन-आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। गृह उपयोगी वस्तुओं में वृद्धि होगी। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। आर्थिक प्रयास फलीभूत होगा।
कर्क-स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है। पिता या धर्म गुरु का सहयोग मिलेगा। रचनात्मक कार्यों में प्रगति होगी।
सिंह-व्यावसायिक योजना फलीभूत होगी। शासन सत्ता का सहयोग रहेगा। पारिवारिक दायित्व की पूर्ति होगी।
कन्या-किया गया पुरुषार्थ सार्थक होगा। भाई-बहनों का सहयोग मिलेगा। रिश्तों में निकटता आएगी। आलस-प्रमाद प्रगति में बाधक होगा।
तुला-वाणी पर संयम रखें। राजनीतिक महत्वाकांक्षा की पूर्ति होगी। व्यावसायिक प्रयास फलीभूत होगा। रचनात्मक कार्यों में प्रगति होगी।
वृश्चिक-भावुकता में नियंत्रण रखें। व्यर्थ की उलझनें रहेंगी। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। शासन सत्ता का सहयोग रहेगा।
धनु-व्यर्थ की उलझनें रहेंगी। कार्य क्षेत्र में व्यवधान आ सकता है। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। व्यावसायिक योजना फलीभूत होगी।
मकर-रचनात्मक कार्यों में सफलता मिलेगी। संतान के संबंध में सुखद समाचार मिलेगा। किया गया पुरुषार्थ सार्थक होगा।
कुंभ-उच्च अधिकारी या घर के मुखिया का सहयोग मिलेगा। व्यावसायिक योजना फलीभूत होगी। शासन सत्ता का सहयोग रहेगा।
मीन-व्यावसायिक प्रयास फलीभूत होगा। शासन सत्ता का सहयोग रहेगा। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है।