Madhya pradesh dewas former minister deepak joshi climbed on bulldozer to protest against removal of encroachment: digi desk/BHN/ देवास/सिरोल्या/ हाटपीपल्या विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक मनोज चौधरी के गृह गांव कैलोद में इसी क्षेत्र के पूर्व विधायक और प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री ने अतिक्रमण हटाने के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। वर्षों से जनसंघ से जुड़े परिवार के व्यक्ति की गुमटी हटाने का विरोध करने पूर्व मंत्री दीपक जोशी पहुंचे और बुलडोजर पर चढ़ गए। तीन घंटे तक विरोध चलता रहा और वैकल्पिक स्थान पर दुकान देने के लिखित आश्वासन के बाद प्रदर्शन खत्म हुआ।
पूर्व मंत्री ने यहां तक कह दिया कि लगता है विधायक पार्टी की विचारधारा में समाहित नहीं हो पाए। वहीं वर्तमान विधायक बोले कि अवैध गतिविधियां संचालित करने वालों का साथ देना उचित नहीं है। केलोद में गणेश चौक के पास शासकीय हाईस्कूल एवं गणेश मंदिर है।
घंटों प्रदर्शन और नारेबाजी होती रही
उससे 100 फीट दूर 2 गुमटियां वर्षों पुरानी स्थापित है, जिसे हटाने के लिए ग्राम पंचायत बार-बार संचालकों पर दबाव बना रही थी। नवनिर्मित दुकानों में उनकी गुमटियां स्थापित नहीं होने के कारण संचालकों में रोष था। इसे लेकर शुक्रवार को दुकान संचालकों एवं ग्रामीणों सहित भाजपा-कांग्रेस के आला नेताओं का हल्ला बोल प्रदर्शन हुआ। पूर्व मंत्री दीपक जोशी के साथ जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि मुकेश पटेल और किसान नेता रवींद्र चौधरी सहित कई लोग भी प्रदर्शन में शामिल रहे। घंटों प्रदर्शन और नारेबाजी होती रही।
वोट नहीं देने पर हटा रहे गुमटी
इधर गुमटी संचालक मुकेश चौधरी ने आरोप लगाया कि सरपंच राजूबाई श्यामलाल चौधरी को वोट नहीं देने के कारण उनकी गुमटी हटाई जा रही है। दुकान स्कूल से 300 मीटर दूर है, लेकिन द्वेषतापूर्ण तरीके से नोटिस देकर कार्रवाई की जा रही है। शुक्रवार को कार्रवाई करने पहुंची प्रशासन की टीम का जमकर विरोध हुआ और नारेबाजी की गई। बरोठा से नायब तहसीलदार सुभाष सोनेरे टीम के साथ पहुंचे थे, लेकिन घंटों कार्रवाई नहीं कर पाए। बाद में देवास से डीएसपी मुख्यालय किरण शर्मा ने दोनों पक्षों से चर्चा की और गुमटी संचालक को पंचायत की निर्माणाधीन 18 दुकानों में से दुकान देने का लिखित आश्वासन मिलने के बाद अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई।
अतिक्रमण था, हटा दिया
कार्रवाई को लेकर नायब तहसीलदार बरोठा सुभाष सोनेरे ने बताया कि आबादी क्षेत्र में गुमटियां थी। सेवा सहकारी सोसाइटी एवं शासकीय हाईस्कूल के पास अवैध अतिक्रमण था। हटाने के लिए ग्राम पंचायत ने तीन बार नोटिस दिए थे। गुमटियां हटाने को लेकर शिकायतें भी दर्ज थी। संचालकों द्वारा नहीं हटाने पर प्रशासनिक अमले के साथ कार्रवाई की गई एवं दुकानें हटाई गई। सरपंच राजूबाई पत्नी श्यामलाल चौधरी ने बताया कि गांव की स्कूली छात्राओं से लगातार शिकायत मिल रही थी कि इन गुमटीयों में अवैध रूप से शराब बिक्री होती थी। इसके कारण आए दिन शराब पीने वाले लोग छात्राओं और गांव की अन्य महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करते थे। कुछ लोग यहां राजनीति करने पहुंचे थे उन्होंने कार्रवाई ना करने के लिए धरना प्रदर्शन किया था जो अच्छा नहीं था।
पूर्व मंत्री बोले, द्वेषतावश की गई कार्रवाई
प्रदर्शन के दौरान पहुंचे पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता दीपक जोशी ने कहा कि जनसंघ के कार्यकर्ता प्रभुलाल के पुत्र मुकेश की गुमटी 20 साल से वहां स्थित है। यह दुकान किसी यातायात को बाधित भी नहीं करती। सरपंच का कहना है कि इसने मुझे पंचायत चुनाव में वोट नहीं दिया। मुकेश का परिवार वहां के विधायक के परिवार के विरोधी रहे हैं।
गांव से खबर मिलने पर वहां हम पहुंचे थे। संबंधित व्यक्ति दुकान हटाने के लिए तैयार भी था और विस्थापन के आश्वासन के बाद हटाई भी गई है। मैं मानता हूं अतिक्रमण कोई भी करेगा, तो वह हटाना चाहिए। गांव में लगी एक छोटी सी गुमटी जिससे किसी को कोई बाधा नहीं, संबंधित के परिवार की आजीविका का साधन है। ऐसे मामूली निर्माण को शहरी अतिक्रमण की तरह हटाना अनुचित है। यह सिर्फ राजनीतिक द्वेषतावश किया जा रहा था।