National bihar ganster turned politican anand mohan singh released from saharsa jail today: digi desk/BHN/पटना/ बिहार के पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह को जेल मैनुअल में बदलाव कर सहरसा जेल से रिहा कर दिया गया। वो पूर्व जिलाधिकारी जी कृष्णैया की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे। 1985 बैच के आईएएस अधिकारी जी कृष्णैया तेलंगाना के महबूबनगर के रहने वाले थे। प्रकरण के अनुसार आनंद मोहन की तरफ से कथित रूप से उकसाई गई भीड़ ने कृष्णैया की हत्या कर दी थी। उन्हें उनकी कार से बाहर खींच कर पीटने के बाद गोली मार दी गई थी।
इस मामले में पूर्व सांसद को निचली अदालत ने 2007 में मौत की सजा सुनाई थी। 2008 में पटना हाईकोर्ट ने सजा को उम्रकैद में बदल दिया था। बिहार सरकार को जेल नियमावली में बदलाव करने और आनंद की रिहाई का रास्ता साफ करने के लिए विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
कृष्णैया की बेटी ने जताया असंतोष
जी.कृष्णैया की बेटी पद्मा ने आनंद मोहन की रिहाई पर असंतोष जताया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने जो फैसला लिया है, वह बहुत ही गलत है। हम चाहते हैं कि सरकार इस पर पुनर्विचार करें। हम इस फैसले के खिलाफ अपील करेंगे।
असदुद्दीन ओवैसी ने साधा निशाना
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि आईएएस अफसर जी कृष्णैया की मॉब द्वारा हत्या कर दी गई थी। आज बिहार सरकार ने जो फैसला लिया है उससे उनकी दोबारा हत्या की जा रही है। सीएम नीतीश कुमार और RJD नेता तेजस्वी यादव यह भूल रहे हैं कि उस समय किसकी सरकार थी, क्या लालू यादव उस समय जी कृष्णैया की पत्नी से मिले थे। आखिर क्या वजह है कि एक आदमी को छोड़ने के लिए आप कानून में संशोधन कर रहे हैं।