Saturday , May 18 2024
Breaking News

Sachin Tendulkar: 50वें जन्मदिन पर सचिन ने खोले दिल के राज, फैन्स का जताया आभार

Cricket master blaster sachin tendulkar reveals his future planning on his 50th birthday in an exclusive interview: digi desk/BHN/मुंबई/ भारत के महान बल्‍लेबाज सचिन तेंदुलकर सोमवार, 24 अप्रैल को अपना 50वां जन्‍मदिन मना रहे हैं। मास्टर ब्लास्टर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 34,000 से अधिक रन बनाए हैं और 100 अंतरराष्ट्रीय शतकों का रिकॉर्ड अपने नाम किया है। इनके नाम 200 टेस्‍ट, 463 वनडे, 6 वर्ल्‍ड कप, 100 अंतरराष्‍ट्रीय शतक और 164 अर्धशतक जैसे बेमिसाल आंकड़े हैं। इसके साथ ही उन्हें देश के सबसे प्रतिष्ठित अवार्ड भारत रत्न सहित कई पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया है। जागरण इंग्लिश को दिए एक्‍सक्‍लूसिव इंटरव्‍यू में सचिन ने अपनी जिंदगी की यात्रा को याद किया, जिसने उन्‍हें मुंबई के खिलाड़ी से क्रिकेट के भगवान तक का दर्जा दिलाया।

जिंदगी की सबसे धीमी हाफ सेंचुरी

50 साल की उम्र में पहुंचने के बारे में सवाल करने पर सचिन तेंदुलकर ने कहा, ”बहुत अच्‍छा लग रहा है, लेकिन यह मेरी जिंदगी की सबसे धीमी हाफ सेंचुरी है। हालांकि, इस अर्धशतक ने मुझे जिंदगी में वो चीजें सिखाई, जो अन्‍य कोई अर्धशतक नहीं सिखा सका। इसलिए इस अर्धशतक का महत्‍व अलग है। मैं भगवान का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं कि जिंदगी में यह मौका मिला। मैं 24 साल देश का प्रतिनिधित्‍व कर पाया और वर्ल्‍ड कप खिताब जीत सका। मैं पूरे देश का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं कि इतने सालों तक मेरा समर्थन किया।”

जहां हूं, क्रिकेट की वजह से हूं

मास्‍टर ब्‍लास्‍टर ने अपने इंटरव्यू में बताया, ”मैं आज जहां भी हूं, क्रिकेट की वजह से हूं। मैं अपनी जिंदगी की कल्‍पना बिना क्रिकेट के कर भी नहीं सकता क्‍योंकि मैंने क्रिकेटर बनने और देश का प्रतिनिधित्‍व करने के अलावा जिंदगी में कुछ चाहा ही नहीं। मैं बस यही कहूंगा कि आज मेरे पास जो भी है, वो क्रिकेट के कारण है। सभी चीजें क्रिकेट के कारण शुरू हुई। मैंने 12 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया और सभी उतार-चढ़ाव से सीख ली। क्रिकेट ने मुझे जिंदगी के कई पाठ सिखाए।”

सबसे पसंदीदा बर्थडे

24 साल के क्रिकेट करियर के दौरान कई ऐसे मौके आए जब सचिनअपने परिवार के साथ जन्‍मदिन का जश्‍न नहीं मना सके। यह पूछने कि सबसे विशेष जन्‍मदिन कौन सा था, तो उन्होंने बताया, ”1998 में हम मेरे बर्थडे के दिन फाइनल खेल रहे थे। हमने शारजाह में ऑस्‍ट्रेलिया को हराकर खिताब जीता था। तो वो बर्थडे मेरे लिए सबसे विशेष है।” 24 अप्रैल 1998 को शारजाह में हुए फाइनल मैच में सचिन ने 134 रन की पारी खेलकर भारत को चैंपियन बनाया था।

फैंस का शुक्रिया

सचिन तेंदुलकर ने अपने करोड़ों प्रशंसकों को पूरे करियर के दौरान समर्थन देने के लिए धन्‍यवाद दिया। तेंदुलकर ने कहा, ”मैं अपने फैंस को धन्‍यवाद देना चाहता हूं क्‍योंकि उनके समर्थन के बिना मेरी यात्रा ऐसी नहीं होती। फैंस ने जिस तरह मुझे प्रोत्‍साहित किया, मेरे लिए सालों पूजा की, मेरे लिए कई समझौते किए। मैंने सुना कि फैंस ने मेरे लिए व्रत रखे। अगर फैंस ऐसी चीजें नहीं करते तो मुझे नहीं लगता कि मुझे ऐसे नतीजे मिलते। मैं हमेशा अपने फैंस का आभारी रहूंगा।”

क्या है अगला लक्ष्‍य?

सचिन तेंदुलकर से जब पूछा गया कि बर्थडे पर आगे की क्या प्लानिंग बनाई है तो महान बल्‍लेबाज ने कहा, ”मैं बस इतना कहना चाहूंगा कि मैंने अपनी जिंदगी में 24 साल भारत के लिए बल्‍लेबाजी की। संन्‍यास लिए करीब 10 साल का समय हो गया है। मेरा लंबे समय का सपना है कि भारत का प्रतिनिधित्‍व करूं और मेरी जिंदगी की दूसरी पारी वंचित बच्‍चों की मदद करने के बारे में है। भारत में सभी को अपने सपने पूरे करने के लिए अच्‍छा मंच नहीं मिलता तो मैं उनका समर्थन करना चाहूंगा।”

About rishi pandit

Check Also

आईपीएल 2024 से दिल्ली कैपिटल्स का सफर खत्म हो चुका! ऋषभ पंत की पोस्ट पढ़कर भर आएंगी आंखें

नई दिल्ली इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 के साथ दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान ऋषभ पंत …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *