- प्रदेश में 10 से 25 मई तक शिविरों के माध्यम से होगा जन-समस्याओं का समाधान
- मुख्यमंत्री ने कलेक्टर्स और जन-प्रतिनिधियों से की चर्चा



भोपाल/सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में गेहूँ उपार्जन के बाद किसानों को राशि के भुगतान का कार्य बिना विलंब के किया जाए। किसानों को कोई दिक्कत नहीं होना चाहिए। उपार्जन केन्द्रों पर आवश्यक बैठक व्यवस्था और पेयजल प्रबंध भी होना चाहिए। उपार्जित गेहूँ की सुरक्षा, तोल काँटे, हम्माल की व्यवस्था, परिवहन कार्य और अनाज को गोदाम तक पहुँचाने का कार्य भी सुचारू रूप से किया जाए। जहाँ ओलावृष्टि से गेहूँ की फसल को क्षति पहुँची है और चमकविहीन गेहूँ उपार्जित हुआ है, उसके लिए किसानों को पूर्ण राशि का भुगतान किया जाए। इस कार्य में जन-प्रतिनिधि भी सहयोग करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान गत रात्रि समत्व भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा कमिश्नर एवं कलेक्टर्स से चर्चा कर रहे थे। इस दौरान जिलों से जनप्रतिनिधि भी जुड़े रहे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में लाड़ली बहना योजना के लिए आवेदन दर्ज किए जाने के कार्य में जन-प्रतिनिधियों के सहयोग, प्रशासनिक अमले की सक्रियता एवं किए गए परिश्रम के लिए बधाई दी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कर्जमाफी के चक्कर में जो किसान डिफाल्टर मान लिए गए थे, उनके ब्याज की राशि का भुगतान राज्य सरकार शीघ्र करेगी। प्रदेश में 17 मार्च के बाद और अप्रैल के प्रथम सप्ताह में हुई ओलावृष्टि से संबंधित सर्वे कार्य लगभग पूर्णता की ओर है। राज्य शासन द्वारा राहत राशि के लिए नई दरों का निर्धारण भी किया गया है। उसके अनुसार ही किसानों के खातों में राशि का अंतरण शीघ्र किया जाएगा। इसके लिए आवश्यक तैयारियाँ अंतिम चरण में है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आगामी 10 से 25 मई की अवधि में प्रदेश में नामांतरण और बँटवारा के साथ सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों का शिविर लगा कर समाधान किया जाएगा। यह कार्य गत वर्ष लगाए गए मुख्यमंत्री जन सेवा शिविर की तर्ज पर होगा। इसके लिए कलेक्टर्स आवश्यक तैयारियाँ प्रारंभ करें। शहरों में वार्ड स्तर और ग्राम पंचायतों में शिविर लगा कर जनता की समस्याओं को हल किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना के प्रति पूरे प्रदेश में जागरूकता देखी जा रही है। बहनों में योजना के प्रति उत्साह है, वे आनंदित हैं और भागीदारी के लिए आगे आई हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि परित्यक्ताओं को भी योजना से जोड़ा जाए। योजना के प्रचार-प्रसार के लिए पारम्परिक प्रचार माध्यमों जैसे नाटक, कठपुतली, गीत, दीवार लेखन, पेंटिंग आदि का उपयोग किया जा रहा है। वीडियो कान्फ्रेसिंग के दौरान संयुक्त कलेक्ट्रेट भवन स्थित एनआईसी कक्ष में कलेक्टर अनुराग वर्मा, सीईओ जिला पंचायत डॉ. परीक्षित झाडे, आयुक्त नगर निगम राजेश शाही सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
डॉ. अम्बेडकर की जन्म-स्थली महू में बनेगी धर्मशाला-मुख्यमंत्री
- बाबा साहेब अंबेडकर की जन्म-भूमि महू, शिक्षा-भूमि लंदन, दीक्षा-भूमि नागपुर महापरिनिर्वाण-भूमि दिल्ली,चौत्य-भूमि मुम्बई तीर्थ-दर्शन योजना में शामिल
- पंच तीर्थों के संबंध में राज्य सरकार ने जारी की अधिसूचना
- मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मीडिया प्रतिनिधियों से की चर्चा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के जीवन से जुड़े पंच तीर्थों, उनकी जन्म-भूमि महू, शिक्षा-भूमि लंदन, दीक्षा-भूमि नागपुर, महापरिनिर्वाण-भूमि दिल्ली तथा चौत्य भूमि मुंबई को मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना से जोड़ा जा रहा है। बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर की जन्म-भूमि महू आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए महू में सर्व सुविधा युक्त धर्मशाला का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान श्यामला हिल्स स्थित उद्यान में पौध-रोपण के बाद मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर को उनकी जयंती पर नमन किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य शासन द्वारा महू में डॉ. अंबेडकर का स्मारक निर्मित कराया गया है। महू में धर्मशाला निर्माण की मांग लम्बे समय से थी। बाबा साहब के अनुयाई बड़ी संख्या में महू पहुँचते हैं। यहाँ उनके रूकने की कोई व्यवस्था नहीं थी। राज्य शासन भूमि की व्यवस्था के लिए प्रयासरत थी। अब सेना से साढ़े तीन एकड़ भूमि के लिए अनापत्ति प्रमाण-पत्र प्राप्त हो गया है। यह भूमि डॉ. बाबा साहब मेमोरियल समिति को लीज पर देकर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए धर्मशाला तथा अन्य आवश्यक व्यवस्थाएँ की जाएगी।
डॉ. अंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल को जारी हुई अधिसूचना
उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के पंचतीर्थों को मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में शामिल करने संबंधी अधिसूचना जारी कर दी गई है। धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग द्वारा 14 अप्रैल को जारी अधिसूचना से अम्बेडकर जन्मस्थली महू, शिक्षा-भूमि लंदन में 10 किंग हेनरीज रोड स्थित स्मारक, दीक्षा-भूमि-डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर ग्रंथालय एवं शोध केन्द्र नागपुर, महापरिनिर्माण भूमि- डॉ. अंबेडकर राष्ट्रीय स्मारक नई दिल्ली, चौत्य-भूमि डॉ. अम्बेडकर स्मारक मुम्बई को मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना नियम 2012 में जोड़ा गया है। अधिसूचना में संत रविदास मंदिर वाराणसी को भी तीर्थ-दर्शन योजना में शामिल किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दी बैसाखी पर्व की शुभकामनाएँ
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों को बैसाखी के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ दी हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सोशल मीडिया पर जारी संदेश में कहा है कि ईश्वर से प्रार्थना है कि अन्नदाता की खुशहाली, समृद्धि और नई उमंगों से जुड़ा यह त्यौहार सभी के जीवन में नई ऊर्जा और नए उत्साह का संचार करे।