कटनी, भास्कर हिंदी न्यूज़/ जिले के बहोरीबंद में प्रशासन के निर्देश पर एक कथित डाक्टर का क्लीनिक सील कर दिया गया है। कथित डाक्टर द्वारा आनलाइन परामर्श कर इलाज किए जाने के बाद मरीज की हालत बिगड़ने संबंधी जानकारी लगने पर कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा इसकी जांच कर उचित कार्रवाई किए जाने के निर्देश एसडीएम को दिए थे। एसडीएम द्वारा स्वास्थ्य विभाग से कराई गई जांच में शिकायत सही पाए जाने पर उक्त डाक्टर के क्लिनिक को सील कर दिया गया है।
25 व 31 जनवरी को कराया था इलाज
बहोरीबंद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मनगवां निवासी शिवगणेश पिता वृंदावन ने 14 मार्च को शिकायत की कि अपनी मां श्यामा बाई का इलाज उसने बहोरीबंद के स्थानीय चिकित्सक ज्ञानेंद्र प्रकाश प्रजापति के क्लिनिक में 25 जनवरी और 31 जनवरी को कराया था। जहां बिना पर्याप्त जांच किए डाक्टर द्वारा किए गए उपचार से उसकी मां की हालत बिगड़ गई। जिसके बाद श्यामा बाई का इलाज उसे जबलपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कर कराना पड़ा। इस शिकायत और खबर के प्रकाश में आने के बाद कलेक्टर द्वारा इसकी जांच के आदेश एसडीएम को देते हुए उचित कार्यवाही के निर्देश दिए थे।
क्लिनिक में मिले सर्जरी के उपकरण
एसडीएम के निर्देश पर सीएमएचओ कटनी द्वारा जिला स्तर से दो सदस्यीय टीम गठित कर जांच कराई गई। जांच के दौरान डाक्टर ज्ञानेंद्र प्रकाश प्रजापति के क्लिनिक से बड़ी मात्रा में एलोपैथिक दवा, गर्भनिरोधक दवाएं, सर्जरी और जांच के उपकरण आदि मिलने पर नर्सिंग होम एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए क्लीनिक को सील कर दिया गया।
बढ़ रही झोलाछाप डाक्टरों की फौज
जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बीएएमएस कर एलोपैथिक दवा से इलाज करने, इंजेक्शन लगान और बाटल चढ़ाने वाले झोलाछाप डाक्टरों की लगातार फौज बढ़ती जा रही है। ऐसे डाक्टरों के पास आयुर्वेद पद्धति से इलाज का डिप्लोमा होता है लेकिन ये डाक्टर ऐलोपैथिक इलाज करते हैं जो कि मरीजों पर भारी पड़ जाता है।