छतरपुर, भास्कर हिंदी न्यूज़/ मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना अंतर्गत द्वारका से छतरपुर लौट रही स्पेशल ट्रेन के साथ गए डा. महेश त्रिवेदी, डा. गौरव त्रिपाठी, सहयोगी धर्मेंद्र शर्मा, अमित ददरया और नारायण सिंह राजपूत ने रतलाम के पास रेल दुर्घटना के शिकार व्यक्ति का तत्काल उपचार कर उसकी जान बचा ली। रतलाम रेलवे मंडल और रेलवे पुलिस बल ने छतरपुर की टीम भावना के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की है।
अनुरक्षक लखन लाल असाटी ने बताया, जब ट्रेन रतलाम स्टेशन से कुछ आगे बढ़ी तो अचानक रेलवे पुलिस के एक सहायक उपनिरीक्षक बैरागी रेलवे पटरी पार करते समय फिसल कर इंजन की चपेट में आ गए।
लोको पायलट राजेश पंडित, असिस्टेंट लोको पायलट जयंत सुहाया, लोको निरीक्षक कैलाश सोनी ने तत्काल इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए। इसके बावजूद श्री बैरागी का दाहिना हाथ कट कर अलग हो गया और माथे पर भी चोट लगी।
कोच नंबर आठ में तीर्थ यात्रियों की चिकित्सा सुविधा के लिए तैनात छतरपुर जिले के चिकित्सकों की टीम ने इस घटना को देखा तो तुरंत मदद के लिए आगे दौड़ पड़े। अनगोर में पदस्थ डा. महेश त्रिवेदी, धर्मेंद्र शर्मा लुगासी में पदस्थ डा. गौरव त्रिपाठी छठी बमोरी में पदस्थ अमित ददरया सीएमएचओ आफिस में पदस्थ नारायण राजपूत रेलवे पटरियों पर पहुंचकर पीड़ित व्यक्ति का तत्काल प्राथमिक उपचार किया। आवश्यक इंजेक्शन लगाए गए। रक्तस्राव रोकने के लिए प्रेशर बैंडेज किया गया।
मेरा कटा हाथ मुझे दे दो
इस घटनाक्रम के दौरान, जहां प्रत्येक व्यक्ति परेशान और दुखी था, लेकिन इसके बावजूद एक पुलिस अधिकारी होने के नाते बैरागी का आत्मविश्वास और संतुलन देखने योग्य था। उन्होंने राम कृपाल यादव से कहा मेरा कटा हाथ ढूंढ कर मेरे साथ रख दो। राम कृपाल यादव ने पटरियों के बीच पड़ा कटा हाथ उठाकर स्ट्रेचर पर रखा।
लोको टीम ने बताया कि रतलाम रेलवे स्टेशन से गाड़ी रवाना होते समय स्पीड 10 से 15 किलोमीटर थी लगभग 25 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड पर आए थे तभी उन्हें झाड़ियों से यह व्यक्ति अचानक पटरी पर आते हुए दिखाई दिए। इमरजेंसी ब्रेक लगाने के बावजूद उनका दाहिना हाथ पटरी पर आ जाने से कटकर अलग हो गया।