पन्ना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ जिला अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से एक युवक काल के गाल में समा गया। मामला इस प्रकार है कि 2 मार्च की शाम शुभम यादव पिता अरविंद यादव 18 वर्ष निवासी मोहन निवास चौराहा पन्ना ने विषैले पदार्थ का सेवन कर लिया था।
उसे गंभीर हालत में जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद रीवा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया, लेकिन एंबुलेंस उपलब्ध नहीं करवाई गई।
इसके बाद परिजन निजी वाहन से मरीज को रीवा मेडिकल कॉलेज लेकर जाने को तैयार हुए लेकिन उन्हें जो ऑक्सीजन सिलिंडर प्रदान किया गया उसमें नाम मात्र ऑक्सीजन थी जो पन्ना से 10 किलोमीटर दूर ही खत्म हो गई इससे शुभम यादव की मौत हो गई।
इस घटनाक्रम के बाद मृतक के परिजनों ने शुक्रवार को जिला चिकित्सालय पन्ना में जमकर हंगामा किया। युवक की मौत पर नेशनल हाईवे पर चक्काजाम किया गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई।
प्रदर्शनकारी नेशनल हाईवे 39 पर पहुंच गए। वहां खाली ऑक्सीजन सिलिंडर रखकर सैकड़ों लोगों ने चक्काजाम कर दिया। देखते ही देखते सतना और छतरपुर मार्ग से आने जाने वाले वाहनों के पहिए थम गए।प्रदर्शनकारी ड्यूटी डॉक्टर को हटाने और एफआईआर की मांग कर रहे थे। सूचना मिलते ही एडिशनल एसपी आरती सिंह, पन्ना कोतवाली निरीक्षक अरुण कुमार सोनी, एसडीएम सतनारायण दर्रो सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया ।प्रदर्शनकारियों को समझाइश देने का प्रयास किया गया, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं हुए और कलेक्टर को मौके पर आकर सुनवाई के लिए अड़े रहे। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई।कड़ी मशक्कत और समझाइश के बाद जब मामले की जांच के लिए कलेक्टर द्वारा टीम गठित किए जाने की बात कही गई तब कहीं प्रदर्शनकारियों के द्वारा जाम हटाया गया।इस दौरान सबसे अच्छी बात यह देखी गई कि जैसे ही एक एंबुलेंस आई तो प्रदर्शनकारियों ने तत्काल उसे रास्ता देकर निकलने दिया।