पद्द्म श्री सम्मान लौटाना ‘सम्मान’ का अपमान
सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ बीते दो वर्ष पूर्व विन्ध्य में धान की अनोखी प्रजातियों के संरक्षरण एवम संवर्धन के लिए जाने जाने वाले बाबूलाल दाहिया भी पंजाब एवं हरियाणा के किसानों को समर्थन में किसानों को काव्यपाठ के माध्यम से जाग्रत करने का मन बनाया है साथ बाबूलाल दाहिया जी ने कहा कि ये सरकार पूंजीपतियों की है कृषि कानून किसान विरोधी है जिसकी हम निंदा करते है ये पूंजीवाद को बढ़ावा देने के लिये कानून बनाया गया अडानी अम्बानी को अदानिस्तान व अम्बानिस्तान कहा। उन्होंने कहा कि किसी भी सम्मान की वापसी ‘सम्मान’ का अपमान होता है जो वो नहीं करेंगे।
उल्लेखनीय है कि बीते 10 दिन से चल रहे किसानों का देशव्यापी आन्दोलन मोदी सरकार द्वारा लाये गए फार्म बिल के विरोध में जबरदस्त आंदोलन चल रहा है। दिल्ली को घेर कर सरकार विरोधी नीतियों के खिलाफ सरकार पर कृषि फार्म बिल को खत्म करने एवम एमएसपी की मांग को लेकर दस दिन से प्रदर्शन में डटे हुए हैं।
प्रदर्शन स्थल पर देश भर के लाखों किसान अपनी पूरी व्यवस्थाओं के साथ आरपार की लड़ाई के मूड में हैं। गौरतलब है कि बाबूलाल दाहिया बघेली भाषा के बहुत अच्छे कवि भी हैं।