The people of the missionary showered sticks and sticks on the tribals also attacked the police the leg fracture of the station in charge: digi desk/BHN/नारायणपुर/ जिले की ग्राम पंचायत एडका के आश्रित ग्राम गोर्रा में रविवार सुबह मिशनरियों के करीब 300 लोगों ने बैठक कर रहे आदिवासियों पर लाठी-डंडे से हमला कर दिया। वे राहगीरों को भी नहीं बख्श रहे थे। घटना की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस पर भी मिशनरी के लोगों ने हमला कर दिया। इसमें एडका थाना प्रभारी वायएस जोशी, कुछ जवान समेत कई ग्रामीण घायल हुए हैं। जोशी को जगदलपुर रेफर किया गया है। मिशनरी के लोगों ने आदिवासी नेताओं को जान से मारने की धमकी भी दी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार गोर्रा गांव में शनिवार की रात भी मतांतरित समुदाय ने आदिवासी समुदाय के लोगों से मारपीट की थी। इसी बात को लेकर आदिवासी समाज की बैठक चल रही थी। इसी दौरान स्थानीय पास्टर बजारु दुग्गा व जयराम दुगा के नेतृत्व में लगभग तीन सौ की संख्या में मिशनरी लाठी व डंडे लेकर वहां पहुंचे और आदिवासियों को पीटना शुरू कर दिया। मिशनरी इतने आक्रोशित थे कि उस मार्ग से गुजरने वालों को भी नहीं छोड़ा। सूचना मिलते ही एड़का थाना प्रभारी वायएस जोशी विवाद को सुलझाने पहुंचे। आक्रोशित मतांतरित समुदाय ने पुलिस दल पर भी हमला कर दिया। इसमें थाना प्रभारी का पैर फ्रैक्चर हो गया।
घटना के विरोध में नगर बंद
इस मामले को लेकर सोमवार को आदिवासी समाज नगर बंद करने जा रहा है। नारायणपुर मुख्यालय में आदिवासी समाज के एक हजार से अधिक लोग इकट्ठा हो गए थे। प्रशासन ने समझाइश देकर विवाद को शांत किया। एड़का परगना के अध्यक्ष सोनू कोर्राम ने कहा है कि घटना के विरोध में कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन देकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग करेंगे।
ये घायल
कुकड़ाझोर के लच्छन कांगे पुत्र जुगरु, पगड़ी बिरसिंग पुत्र माहरु कावड़े, बोरपाल के रामसिंग दुग्गा पुत्र मनकू, सिंगलूराम दुग्गा पुत्र रनऊराम।