
MP weather update the effect of fog and severe cold on the first day of the new year: digi desk/BHN/भोपाल/ हिमालय से आ रही सर्द हवाओं के असर से वर्ष 2023 के पहले दिन पारे ने जोरदार गोता लगाया। नए साल का स्वागत, कोहरा, धुंध और ठिठुरानी वाली सर्दी के बीच हुआ। प्रदेश में 16 जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया। ग्वालियर,चंबल,रीवा,सागर,शहडोल और भोपाल में कोहरा छाया। सर्द हवाओं का जोर इतना था कि दिन चढ़ने के बाद भी राहत नहीं मिली और दिन में भी सर्दी सताती रही। दिन में आई गिरावट के बीच प्रदेश में सागर एवं सतना में कोल्ड डे दर्ज किया गया।
तापमान में गिरावट का दौर सोमवार को भी

पूर्व मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि तापमान में गिरावट का दौर सोमवार को भी जारी रहेगा और रात के तापमान में एक से तीन डिग्री की गिरावट आ सकती है, इसके चलते सोमवार को कई जिलों में शीतल दिन के साथ शीतलहर की स्थिति बन सकती और ऐसी ही सर्दी अगले तीन-चार दिनों तक सताती रहेगी।
हिमालय से आने वाली उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण सर्दी

मौसम विज्ञानियों का कहना है कि, उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में हिमालय से आने वाली उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण उत्तर-पश्चिम मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई और अगले 24 घंटों में भी इतनी ही गिरावट की संभावना है।आगामी दो से तीन दिनों के दौरान पश्चिम मध्यप्रदेश में भी कहीं-कहीं के क्षेत्रों में घने कोहरे की संभावना है। जनवरी के पहले सप्ताह की बात करें तो आगामी आठ जनवरी तक उत्तर पश्चिम मध्यप्रदेश के कहीं-कहीं के इलाकों में में घना कोहरा और शीतलहर की स्थिति रहने की संभावना है।
विंड चिल फैक्टर ने सताया
इस सीजन में तापमान में गिरावट तो कई बार दर्ज हुई है, लेकिन जनवरी के पहले दिन में गिरावट के साथ गलन का एहसास भी हुआ। न केवल तापमान कम था बल्कि हवाएं भी सर्द थीं जोकि तीर की तरह चुभ रही थीं। वातावरण के तापमान के अतिरिक्त हवाओं का तापमान और कम होता है और जब ऐसी सर्द हवाएं शरीर से टकराती हैं तो सर्दी का एहसास ज्यादा होता है इसे ही विंड चिल फैक्टर कहा जाता।
सबसे कम तापमान वाले जिले
दतिया – 5.4
- ग्वालियर – 6.8
- उमरिया – 7.3
- राजगढ़ – 7.6
- सागर- 7.6
- सतना- 7.8
- दमोह- 8
- रीवा- 8
- गुना- 8.2
- रायसेन- 8.5