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Spiritual: शनि की दशा के कारण फिर फैल रहा कोरोना, समझिए ज्योतिष से कनेक्शन

Coronavirus saturn connection astrology predict by this time new variant will be on peak in india:/ digi desk/BHN/ नई दिल्ली/ कोरोना के नए वेरिएंट ने चीन के साथ-साथ विश्व के कई देशों में त्राहिमाम मचा रखा है। संक्रमण की आहट के चलते भारत भी अलर्ट मोड पर आ गया है। केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकारें नए वेरिएंट को बेअसर करने की कोशिशों में जुट गई हैं। इसके लिए एहतियात, कोरोना गाइडलाइन का पालन और वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है। ज्योतिष विज्ञान की नजर से भी इस महामारी के खतरे को देखा और पढ़ा जा रहा है। भोपाल के ज्योतिषाचार्य पं. रमाकांत मिश्रा ने ग्रह की दशा के आधार पर आकलन किया है और निष्कर्ष निकालने की कोशिश की है कि आखिर कोरोना की नई लहर का पीक कब आएगा?

पं. रमाकांत मिश्रा के अनुसार, कोरोना में शनि का अत्यधिक महत्व मालूम हो रहा है। इसके फैलने और आने के पीछे की वजह शनि की दशा से जुड़ी हुई है। हालांकि कोरोना के प्रसार में अब तक गुरु का भी अच्छा खासा हाथ देखने को मिला है। गुरु का नीचा होना कोरोना में वृद्धि करता है। इसके अलावा जातकों में कोरोना के फैलाव में राहु और केतु का प्रभाव भी रहता है।

शनि बदल रहे घर

पं. रमाकांत मिश्रा आगे बताते हैं कि एक बार फिर शनि ऐसे घर में जा रहे हैं, जहां वो कोरोना महामारी के प्रसार का कारण बनते नजर आएंगे। यहां ये जानना जरूरी है कि शनि किसी भी राशि में जाने के कुछ समय पूर्व से ही अपना असर दिखाना शुरू कर देता है। वहीं शनि किसी राशि से निकलने के पश्चात भी कुछ दिनों तक उसपर अपना प्रभाव बनाए रखता है।

ज्योतिष के अनुसार ये हैं कोरोना के बढ़ने की वजह

मौजूदा समय में अगर हम कोरोना की स्थिति का आकलन करना चाहें तो इसके लिए भी शनि की स्थिति को विशेष तौर पर देखना होगा। ज्ञात हो कि शनि 17 जनवरी 2023 को अपनी ही राशि कुंभ में प्रवेश करने जा रहे हैं और शनि का कुंभ में प्रवेश कई मायनों में विशेष होगा। शनि के अपनी ही राशि में आने के प्रभाव से पहले ही कोरोना फैला था।

पं. रमाकांत मिश्रा का आकलन है कि शनि के कुंभ में प्रवेश के बाद कोरोना अपनी अधिकतम स्थिति में पहुंचेगा। शनि का कुंभ में प्रवेश से पहले यानी करीब 9 से 12 जनवरी 2023 तक कोरोना अपनी पीक की ओर होगा और करीब 15 फरवरी तक पीक पर बना रहेगा। इस दौरान कभी कोरोना अत्यधिक ऊंचाई पर रहेगा और कभी कमजोर भी पड़ेगा। ग्रहों की दशा के अनुसार, इसके चलते दुनिया की कुल आबादी का करीब 10 से 17 प्रतिशत हिस्सा इसकी चपेट में आ सकता है।

चीन में और बिगड़ेंगे हालात

ग्रहों की स्थिति दर्शा रही है कि कोरोना के चलते एक बार फिर कुछ जगहों पर मृत्यु का तांडव देखने को मिल सकता है। ये वे स्थान रहेंगे जहां अब तक कोरोनो को लेकर कोई मजबूत प्रिकॉशन नहीं अपनाया गया है। ऐसे में सबसे खराब हालात चीन में देखने को मिल सकते हैं।

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