death in medical collage: बिलासपुर/ रायगढ़ के स्व. लखीराम मेमोरियल मेडिकल कालेज में कैंपस में उस वक्त हड़कंप मच गया जब माइक्रोबायोलाजी विभाग के एचओडी के कमरे को घंटों खटखटाने, फोन घनघनाने के बाद भी नहीं खोला गया। जब कालेज के अन्य डाक्टर व डायल 112 पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में जब दरवाजा को तोड़ा गया तो अंदर नग्न अवस्था में डाक्टर की लाश बिस्तर में पड़ी थी।
इस स्थिति को देखकर कालेज व कैंपस परिसर में सनसनी फैल गई। इस वाकये के बाद चक्रधर पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले को जांच में ली है। विदित है कि चक्रधर नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत मेडिकल कालेज व डाक्टरो स्टाफ का कैंपस है। इसी कैंपस के तीसरे माले में खंड ए के क्वार्टर नंबर 12 में माइक्रोबायोलाजी के वरिष्ठ प्रोफेसर एचओडी डा. प्रसन्न गुप्ता पिता डा. डीके गुप्ता उम्र 46 वर्ष मध्यप्रदेश ग्वालियर में रहते हैं।
डाक्टर प्रश्नना गुप्ता यहां लगभग डेढ़ साल से अकेले ही रह रहे थे। मेडिकल स्टाफ द्वारा बताया गया कि डा. प्रसन्न कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। इस वजह से वे स्वयं का दो दिन पहले आरटीपीसीआर में कोरोना जांच करवाएं थे। इसमें उनकी रिपोर्ट भी निगेटिव आई थी। बताया गया कि डाक्टर प्रसन्न से अंतिम बार उसके पड़ोसी डाक्टर ने बुधवार रात्रि फोन पर स्वास्थ्य को लेकर चर्चा की थी।
वहीं गुरुवार को जब डाक्टर प्रसन्न के साथ काम करने वाले डाक्टरों ने फोन किया तो उन्होंने किसी प्रकार का कोई जवाब नहीं दिए। इसके बाद उनके कमरे को खटखटाया गया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। जिसकी जानकारी डीन को दी गई। इस पर डीन व अन्य स्टाफ आए और डायल 112 को सूचित कर मौके पर बुलाया गया। जिसके बाद एक बार फिर से उन्हें उठाने का प्रयास किया गया लेकिन नतीजा सिफर रहा।
अंत में जब दरवाजे को तोड़ा गया तो डाक्टर प्रसन्न की लाश बिस्तर में नग्न हालत में पड़ी मिली। जिसे देखकर सभी भौंचक रह गए। इस स्थिति में डाक्टर के स्वजनों को कालेज प्रबधंन द्वारा सूचित किया गया है।