Bariatric Surgery for weight loss: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ अनियमित दिनचर्या के कारण दुनिया के कई देशों में लोग मोटापे की समस्या से जूझ रहे हैं। खानपान में अनियमितता और फिजिकल एक्टिविटी नहीं होने के साथ-साथ आनुवांशिक कारणों के चलते भी कई लोगों में मोटापे की समस्या बढ़ रही है। ऐसे में मोटापा कम करने के लिए अधिकांश लोग बैरिएट्रिक सर्जरी करा रहे हैं, लेकिन हाल ही तुर्की में एक महिला की बैरिएट्रिक सर्जरी कराने के बाद मौत हो गई। तुर्की में 30 साल की यह महिला डबलिन, आयरलैंड से आई थी और बैरिएट्रिक ऑपरेशन के दौरान ही उसकी जान चली गई। ऐसे में कई लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि आखिर Bariatric Surgery क्या होती है और क्या वास्तव में इस सर्जरी के होने के बाद स्वास्थ्य लाभ होता है। जानें Bariatric Surgery के बारे में विस्तार से –
क्या होती है Bariatric Surgery
गैस्ट्रिक बाईपास के अतिरिक्त अन्य तरह की वेट लॉस सर्जरी को बैरिएट्रिक सर्जरी के रूप में जाना जाता है। Bariatric Surgery में व्यक्ति के डाइजेस्टिव सिस्टम में कुछ बदलाव किए जाते हैं, जिसकी मदद से वजन कम होता है। ऐसे व्यक्ति की पेट में आहार थैली का आकार छोटा कर दिया जाता है। व्यक्ति के खाने की लिमिट को कम होने से शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण की क्षमता कम हो जाती है और धीरे-धीरे वजन कम होने लगता है।
ऐसे लोगों को कराना चाहिए Bariatric Surgery
बैरिएट्रिक सर्जरी ऐसे लोगों का कराना चाहिए जो लोग मोटापे के कारण अन्य दूसरी कई बीमारियों से प्रभावित है, जैसे हृदय संबंधित बीमारियां, स्ट्रोक, हाई ब्लड प्रेशर, नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लीवर की बीमारी, स्लीप एपनिया, टाइप 2 डायबिटीज। आमतौर पर देखने में आता है कि बहुत ज्यादा मोटापा होने के कारण मरीज का हार्मोनल बैलेंस बिगड़ जाता है और इस कारण से शरीर में कई बीमारियों का जन्म हो जाता है।
बैरिएट्रिक सर्जरी में हो सकते हैं ये जोखिम
Bariatric Surgery कराने के कुछ साइड इफेक्ट भी दिखते हैं। हेल्थलाइन के मुताबिक बैरिएट्रिक सर्जरी के बाद बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होना, इंफेक्शन, एनेस्थीसिया का उल्टा असर, ब्लड क्लॉट बनना, फेफड़े और सांस लेने में दिक्कत, जठरांत्र प्रणाली में रिसाव, कुछ मामलों में इससे मौत भी हो सकती है।