उमरिया, भास्कर हिंदी न्यूज़/ सोमवार की दोपहर संजय गांधी ताप विद्युत गृह कि कोयला साइडिंग में बड़ी दुर्घटना हो गई। साइडिंग में कोयला लेकर रेलवे का एक रैक आया था, जिसे खाली किया जाना था। रैक को खाली करने के लिए वैगन ट्रिपलर में रैक शंटिंग की जा रही थी, इसी समय कपलिंग खुल गई। जिससे मालगाड़ी के डिब्बे पटरी पर उल्टी दिशा में लुढ़कने लगे। लुढ़कते हुए कोयले से भरे मालगाड़ी के यह डिब्बे रेल ट्रैक पर बने लाइटिंग टावर से जा टकराए और उसे क्षतिग्रस्त करते हुए आगे निकल गए।
स्टापर से टकराने के बाद मालगाड़ी के पिछले हिस्से में लगा गार्ड डिब्बा पटरी से उतर गया और उसने लाइटिंग टावर को क्षतिग्रस्त कर दिया। हालांकि इस दुर्घटना में किसी को कोई चोट नहीं लगी है लेकिन काफी नुकसान होने की जानकारी है।
लापरवाही के कारण घटना
बताया जा रहा है कि घटना के दौरान मौके पर कोई भी जिम्मेदार अधिकारी नहीं था। अकुशल श्रमिकों के हवाले काम छोड़ दिया गया था, जिसके कारण यह घटना हुई है। यह जानकारी भी सामने आ रही है कि रैक खाली करने के लिए ज्यादा दबाव कर्मचारियों पर रहता है, जिसके कारण इस तरह की घटना हुई है। घटना के बाद कई अधिकारी मौके पर पहुंच गए और स्थिति पर नियंत्रण करने की कोशिश करने लगे।
नहीं आ सकती रैक
इस घटना के कारण साइडिंग में और रैक नहीं आ सकती, जिसके कारण कोयला नहीं पहुंचाया जा सकता। हालांकि यह जानकारी भी सामने आ रही है कि अभी संजय गांधी ताप विद्युत गृह में तीन दिन का कोयला शेष है। लगभग 60 हजार मीट्रिक टन कोयला संजय गांधी ताप विद्युत गृह के पास है। यह कोयला तीन दिन के लिए पर्याप्त माना जा रहा है। यह भी बताया जा रहा है कि कुछ घंटों के अंदर रेलवे ट्रैक को सही कर दिया जाएगा, जिसके बाद कोयला लेकर दूसरा रैक यहां पहुंच सकेगा।