पुलिस ने पहुंचकर कराया अंतिम संस्कार
छतरपुर/बड़ामलहरा,भास्कर हिंदी न्यूज़/ ग्रामीण इलाकों में श्मशान के लिए चिन्हित जमीन पर अतिक्रमण के मामले तो कई बार सामने आए, लेकिन बड़ामलहरा के ग्राम सूरजपुरा कलां में अजीब मामला सामने आया। यहां 90 वर्षीय बुजुर्ग का निधन हो गया। स्वजन और ग्रामीणों ने मिलकर गांव में श्मशान के लिए चिन्हित जमीन पर अंतिम संस्कार की तैयारी की। चिता सजाकर बुजुर्ग के शव को दाह संस्कार के लिए रखा गया, लेकिन इसी दौरान यहां जमीन पर कब्जा किए अधेड़ अपनी पत्नी के साथ पहुंच गया। अंतिम संस्कार का विरोध करते हुए अधेड़ चिता पर ही लेट गया। उसकी पत्नी चिता की लकड़ियां हटाने लगी। मौके पर पुलिस ने पहुंचकर अंतिम संस्कार करवाया है।
यह है मामला
बड़ामलहरा के ग्राम सूरजपुरा कलां में 90 वर्षीय बुजुर्ग झल्लू पुत्र प्यारे लाल पटेल का सप्ताहभर पहले निधन हुआ था। स्वजन और ग्रामीणों ने अंतिम संस्कार के लिए मंदिर का बगीचा श्मशान घाट पर चिता सजाई। यहां दाह संस्कार से पहले गांव में रहने वाला सरिया साहू अपनी पत्नी पुनिया बाई के साथ आ गया। उसने कहा कि यह जमीन श्मशान की नहीं है, बल्कि उसकी है। इतना कहते हुए सरिया साहू चिता पर ही लेट गया। ग्रामीणों ने सरिया का विरोध किया तो उसकी पत्नी पुनिया बाई चिता की लकड़ी हटाने लगी। इस दौरान ग्रामीणों ने दोनों को रोका, लेकिन वे नहीं माने। ऐसे में अंतिम संस्कार से पहले ग्रामीणों ने डायल 100 पर काल कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सरिया साहू और पुनिया को मौके से हटाया और अंतिम संस्कार करवाया है। अब सप्ताहभर बाद इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है।
रिकार्ड में सरकारी दर्ज है मंदिर बगीचा की यह जमीन
मंदिर बगीचा की यह जमीन राजस्व रिकार्ड में सरकारी दर्ज है। यहां पिछले कई वर्षों से कुशवाहा समाज के लोग अंतिम संस्कार करते आ रहे हैं। इससे इसे मंदिर बगीचा श्मशान घाट के नाम से जाना जाता है। इसी जमीन पर अधेड़ सरिया साहू पिछले लंबे समय से कब्जा किए है। बताया गया है कि सरिया साहू का रिश्तेदार पुलिस अधिकारी है। इसको लेकर भी वह लोगों को गांव में धमकाता है।