Vastu tips for dinning the direction of your dining table is wrong know what are the rules of vastu shastra: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ घरों में चीजों के रखने से सुख-समृद्धि आती है। लेकिन इसके लिए वस्तुओं की दिशा ठीक होना भी महत्वपूर्ण है। वास्तुशास्त्र के नियमों के हिसाब से घर में रखी डायनिंग टेबल की दिशा गलत होने पर इसका बुरा असर भी देखने को मिल सकता है। वहीं नियमों के हिसाब से डायनिंग टेबल रखने पर घर में सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही डायनिंग रूम में कई अहम चीजों का ध्यान रखना भी जरूरी है। वास्तुशास्त्र के अनुसार डायनिंग कमरे में नकारात्मक ऊर्जा पैदा करने वाली चीजों को नहीं लाना चाहिए।
जानें क्या रहते हैं नियम
1-वास्तुशास्त्र के मुताबिक डायनिंग टेबल के कोने वेडरूम की तरफ नहीं होने चाहिए। साथ ही डायनिंग टेबल किसी कोने की जगह कमरे के बीच में होनी चाहिए।
2-डायनिंग टेबल हमेशा गोल की जगह अंडाकार शुभ मानी जाती है। साथ ही इससे लुक भी अच्छा रहता है। वहीं गोल टेबल की जगह अंडाकार में लोगों के पास जगह भी ज्यादा होती है।
3-डायनिंग टेबल पर रखे बर्तनों पर भी ध्यान होना चाहिए। टेबल पर टूटे या फिर पिचके बर्तनों को भी अशुभ माना जाता है। इससे मेहमानों के सामने छवि भी खराब होती है। साथ ही वास्तुशास्त्र के मुताबिक टूटे बर्तनों को अशुभ माना जाता है।
4- डायनिंग टेबल पर रखने वाले फलों के बर्तन के आकार का भी ध्यान रखना आवश्यक है। डायनिंग टेबल पर रखे फूल हमेशा ताजे होना चाहिए और फलों को हमेशा ही गोल बर्तन में रखना चाहिए। इससे ताजगी आती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार रहता है।
5- डायनिंग रूम में टीवी और घड़ी भी नहीं लगानी चाहिए। इससे परिवार के सदस्यों का ध्यान लोगों की वजाय टीवी या फिर घड़ी पर बना रहता है। इससे तनाव की स्थिति भी बनती है। खाने के वक्त परिवार के सदस्यों के बीच बात-चीत से माहौल शांत रहता है।
6- डायनिंग टेबल वाले कमरे में सकारात्मक विचारों को दर्शाने वाली पेंटिंग्स से भी घर में सुख और शांति रहती है। इससे मन को ठंडक महसूस होती है। पेंटिग्स के साथ ही डायनिंग रूम में आने वाली हवा और धूप का भी ध्यान रखना चाहिए। कमरे के अंदर दिन में कम से कम एक बार धूप का प्रवेश सकारात्मक ऊर्जा पैदा करता है। वहीं हवा से भी वातावरण स्वच्छ बना रहता है।