सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ चित्रकूट-शरदोत्सव के पावन अवसर पर पुरानीलंका चित्रकूट आश्रम में पूर्व सद्गुरुओं के वैकुंठउत्सव में अविरल प्रवाहित श्रीमद भगवत महापुराण एवं हवनात्मक ज्ञान महायज्ञ के पंचम दिवश में संत,महात्माओं एवं श्रद्धालुओं के आने का क्रम जारी है।विभिन्न क्षेत्रों से पहुंच रहे धर्मानुरागी उत्साह पूर्वक यज्ञचार्य आचार्य प्रसांत के सानिध्य में यज्ञ वेदिका में आहुति देते हुए दिल्ली से पधारे मानसमणि आचार्य धीरेंद्र के श्रीमुख से कथा श्रवण कर अपने-आप को धन्य कर रहे हैं।कथा के महारास प्रसंग में श्री स्वामी जी श्रीमद भागवत कथा के महात्म्य का वर्णन करते हुए कहा कि श्रीमद भागवत के अंदर महाराज भागवत का प्राण है।जैसे किसी शरीर में पंच प्राण होते हैं वैसे ही रास पंचाध्याई भागवत के पँचध्याय हैं। श्री स्वामी जी ने कहा कि गोपियों के चीर हरण के सवाल पर बहुधा लोग दुविधा में रहते हैं,किंतु चीर हरण का अर्थ वस्त्र चुराना नही बल्कि माया को चुराना है।क्योंकि भगवान पट चोर नहि अपितु कपट चोर हैं।इसका भाव यही है कि माया हरण हुए बिना कभी भी व्रह्म मिलन नही हो सकता।दूसरी बात आती है गोपी किसे कहते हैं।यहां गो का अर्थ है इन्द्रिय अर्थात अपनी प्रत्येक इंद्री से जो कृष्ण नाम रसपान करे जो अपने प्रेम को गोपनीय रखे जो अज्ञानता का वासना का अंधकार पी गया हो इन सभी को गोपी कहते हैं।गोपी न तो स्त्री है न पुरुष अर्थात गोपी का कोई लिंग-पुलिंग नही है।केवल मात्र कृष्ण प्रेम की पराकाष्ठा का नाम ही गोपी है।
चित्रकूट अलौकिक और अदभुत-आचार्य धीरेंद्र
कथा श्रवण कराते हुए आचार्य धीरेंद्र ने कहा कि चित्रकूट में कुछ भी रहस्य पूर्ण नही है।यहां परस्पर बैर रखने वाले जानवर भी आपस में दोस्ती कर लेते हैं।यहां आकर तप करना यानी प्रभु का कृपापात्र बनना है। बाबा तुलसीदास महाराज के साथ ही दर्जनों साधकों ने केवल राम-नाम का सुमिरन कर श्रीराम की कृपा प्राप्त की उनमे हमारे वैकुंठवासी गुरुदेव रामदेशिकाचार्य जी महाराज एवं गुदड़ी बाबा हैं जिन्हें प्रभु का सानिध्य प्राप्त हुआ।
आज की कथा और यज्ञ में प्रमुखरूप से उपस्थित कोठारी दादू भाई,संत भागवत दास,लक्ष्मीनारायण मिश्र,सविता श्रवण कुमार मिश्रा, हेमंत मिश्रा, श्रीमती केशकली चतुर्वेदी,आचार्य अंजनीनंदन मिश्रा,पत्रकार अरविंद मिश्रा,प्रेमचंद गुप्ता,सूर्यनारायण मिश्रा,उमेश श्रीवास्तव,आशु त्रिपाठी,मंगू भाई सकरिया,रेवतीरमण शुक्ला,दीपक पयासी,अशोक तिवारी,ब्रजेश पयासी,ब्रजेश तिवारी,अरुणेंद्र तिवारी,डॉ राममूर्ति शर्मा,श्रीमती मनोज नीरज मिश्रा,सज्जन सिंह तिवारी,बुद्ध विलास पांडेय,श्रीकांत पटेल,श्रीमती सुधा अरुण कुमार मिश्रा,ओमप्रकाश द्विवेदी,सुरेश मिश्रा,संदीप तिवारी,ब्रजेन्द्र अग्निहोत्री,अभिषेक मिश्रा, एडवोकेट सुरेश पांडेय,जगदीश शर्मा,नीरज पयासी,बबलू समदरिया,आचार्य प्रसांत,संदीप पांडेय,विकास पांडेय,राजू गौतम,शियादीन,विवेक शुक्ला, आशीष द्विवेदी आदि सैकड़ों मातृशक्ति भक्त परिवार उपस्थित रहा ।