ग्वालियर/ नगर निगम सिटी प्लानर प्रदीप वर्मा काे ईओडब्लू की टीम ने शनिवार काे दाेपहर साढ़े तीन बजे पांच लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथाें गिरफ्तार कर लिया। टीम आराेपित काे लेकर विश्वविद्यालय थाने पहुंची।
थाटीपुर पानी की टंकी के पास रहने वाले एक बिल्डर की इमारत पर दाे माह पहले सिटी प्लानर ने बुलडाेजर लगा दिया था। तुड़ाई के डर से सहमें बिल्डर ने सिटी प्लानर प्रदीप वर्मा से बात की ताे तुड़ाई रूकवाने के लिए पचास लाख रुपये की मांग की गई। बिल्डर ने काेराेना के कारण आर्थिक संकट बताया ताे तय हुआ कि दस लाख रुपये अभी देना हाेंगे और बाकी रकम बाद में दे दी जाएगी। बिल्डर के मुताबिक उसने सिटी प्लानर काे दस लाख रुपये तत्काल दे दिए थे। इसके बाद अब फिर से सिटी प्लानर बाकी रकम के लिए उस पर दबाव बना रहा था। दाेनाें पक्षाें में बातचीत के बाद साैदा पच्चीस लाख में तय हाे गया था। उधर बिल्डर ने इसकी शिकायत ईओडब्लू में दर्ज करा दी थी। शनिवार काे दाेपहर में पैसे लेने के लिए बिल्डर ने सिटी प्लानर प्रदीप वर्मा काे एसपी अफिस बालाजी गार्डन के पास बुलाया था। बिल्डर पांच लाख रुपये लेकर पहुंचा था, जबकि सिटी प्लानर वर्मा अपनी कार से वहां पहुंचा। कार में जैसे ही सिटी प्लानर ने बिल्डर से पांच लाख रुपये की रिश्वत ली ताे ईओडब्लू ने रंगे हाथाें गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद आराेपित काे विश्वविद्यालय थाने ले जाया गया है।
घर पर भी कार्रवाई जारीः पांच लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार हुए सिटी प्लानर प्रदीप वर्मा के विनय नगर स्थित निवास पर भी ईआडब्ल्यू की टीम कार्रवाई करने पहुंच गई है। वहां पर दस्तावेजाें के साथ यह भी देखा जा रहा है कि आय से अधिक संपत्ति ताे अधिकारी ने अर्जित ताे नहीं की है।