MP those doctors whose name was not in the visitor list used to reach the hospital: digi desk/BHN/जबलपुर/ सेंट्रल इंडिया किडनी अस्पताल में आयुष्मान द्वारा वेगा होटल में आयुष्मान कार्डधारी मरीजों के इलाज के नाम पर किए गए फर्जीवाड़े के मामले में नए-नए तथ्य सामने आ रहे हैं। इस बार बैंक खातों की जानकारी से नई बात पता चली है। एसआइटी ने अस्पताल के बैंक खातें तथा पाठक दंपती के बैंक खातों की जांच की तो चार नए चिकित्सकों के बारे में जानकारी लगी। यह चारों डाक्टर अस्पताल की विजिटर्स लिस्ट में नहीं थे, लेकिन वह अस्पताल में विजिट करते थे। इसके एवज में उन्हें प्रत्येक विजिट का भुगतान अस्पताल संचालक दुहिता पाठक और उसके पति डा. अश्विनी कुमार पाठक द्वारा उनके खातों में किया जाता था। एसआइटी ने इन चारों चिकित्सकों के नाम व पता की जानकारी जुटा ली है। सोमवार या मंगलवार को एसआइटी इन चिकित्सकों को तलब कर बयान दर्ज कर सकती है।
नए चिकित्सकों की टीम बनाने लिखा पत्र
एसआइटी ने शुक्रवार को सीएमएचओ को एक पत्र लिखा है। जिसमें उनसे चिकित्सकों की एक पैनल का गठन करने की बाल लेख की गई है। साथ ही पत्र में यह भी स्पष्ट रुप से लिखा गया है कि इस टीम में उन चिकित्सकों को शामिल नहीं किया जाए जो पूर्व की टीम शामिल थे। इस पैनल में नए चिकित्सकों को रखा जाए। एसआइटी के अनुसार चिकित्सकों की इस टीम से सेंट्रल इंडिया किडनी अस्पताल में भर्ती रहे मरीजों, उन्हें दिए गए इलाज और उनकी फाइलों की जांच कराई जाएगी। ताकि यह पता चल सके कि कि जो दवाएं मरीजों की फाइल में लिखी गई थीं उनकी मरीज को सच में आवश्यकता थी या नहीं। इसके अलावा फर्जीवाड़े की जांच में भी इस टीम से सहयोग लिया जाएगा।
भोपाल से आ सकती है जानकारी
जानकारी के मुताबिक एसआइटी ने आयुष्मान योजना के भोपाल कार्यालय से सेंट्रल इंडिया किडनी अस्पताल में वर्ष-2019 से अब तक आयुष्मान योजना के तहत भर्ती किए गए मरीजों और उन्हें किए गए भुगतान की जानकारी मांगी थी। बताया जा रहा है कि जानकारी तैयार हो चुकी है। शनिवार तक जानकारी एसआइटी पास पहुंच सकती है।