Human trafficking bought a minor from a peanut seller then made a deal in the name of marriage mother daughter got married:सतना/सागर,भास्कर हिंदी न्यूज़/ सागर में मानव तस्करी का गंभीर मामला सामने आया है। दो नाबालिग बच्चियों को खरीदने और बेचने के मामले में पुलिस ने रात एक महिला के घर से 15 साल की एक लड़की को बरामद किया है। नाबालिग मैहर की रहने वाली है। पुलिस ने जिस महिला को गिरफ्तार किया है, कुछ दिन पहले पुलिस ने उसकी ही बेटी बसंती को एक अन्य नाबालिग लड़की को बेचने के मामले में गिरफ्तार किया था जो वर्तमान में केंद्रीय जेल सागर में बंद है। पुलिस इसे मानव तस्करी मानकर जांच कर रही है।
मामला सागर जिले के जैसीनगर थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। जैसीनगर थाना प्रभारी शशिकांत गुर्जर, महिला थाना प्रभारी संगीता सिंह, एएसआई अभिषेक पटेल सहित उनकी टीम ने मानव तस्करी गिरोह भंडाफोड़ किया है। पिछले दिनों जैसीनगर थाना अंतर्गत वीरपुर खुर्द गांव से 8 वर्षीय व 14 वर्षीय बच्चिया गुम हुई थी। पुलिस ने मामले की तहकीकात की थी तो दोनों बच्ची सागर के मोतीनगर थाना इलाके के बड़ा करीला में बसंती अहिरवार नाम की महिला के यहां मिली थी। जांच में बसंती द्वारा बच्चों की खरीद-फरोख्त का मामला सामने आया। मामले में पुलिस ने बसंती व एक अन्य युवक को गिफ्तार किया था, जो अब जेल में बंद हैं। मानव तस्करी के गंभीर मामले को देखते हुए पुलिस को और भी खुलासे होने की उम्मीद थी जिसको देखते हुए पुलिस अधीक्षक तरुण नायक के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ज्योति ठाकुर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर विक्रम सिंह व सीएसपी निकिता गोकुलवार, एसडीओपी ग्लेडविन एडवर्ड कार के मार्गदर्शन में एक टीम गठित की गई।
मूंगफली बेचने वाली से खरीदी थी बच्ची
पुलिस के अनुसार जेल में बंद बसंती ने इसे 30 हजार रुपये में ट्रेन में मूंगफली बेचने वाली महिला से खरीदा था। बाद में शादी के नाम पर उसे एक लाख रुपये में उसे बेच दिया था। शादी के बाद गहनों के साथ लड़की को ससुराल से वापस बुला लिया। लड़की के साथ दो बार दुष्कर्म भी किया गया। इससे वह गर्भवती हो गई। उसकी तीन महीने की बच्ची है। पुलिस के अनुसार 30 जुलाई को केंद्रीय जेल में बंद बसंती के घर से 14 और 8 साल की दो बच्चियां मिली थी, जिन्हें बसंती कोलकाता के युवक को बेचने की फिराक में थी। वह उस बच्ची को बेचने वाली ही थी कि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों बच्चियों को बरामद कर लिया था।
मां-बेटी करती थी मारपीट, फिर राहतगढ़ में एक लाख में बेचा
पुलिस द्वारा बरामद बच्ची ने बताया कि वह मैहर की रहने वाली है। वह सागर में रहने वाली मौसी के घर जाने के लिए ट्रेन से अकेली निकली थी। सागर स्टेशन पर उतरी, लेकिन मौसी के घर नहीं गई। स्टेशन पर मूंगफली बेचने वाली ममता घोषी मिली। ममता मैहर की ट्रेन में बैठाने की बात कहकर मुझे अपने घर ले गई। यहां ममता ने मुझे करीब तीन महीने तक बंधक बनाकर रखा। इसके बाद ममता ने मेरा सौदा किया। उसने मुझे बसंती की मां शारदा को 30 हजार रुपये में बेच दिया। बसंती और उसकी मां मुझसे मारपीट करती थी। दोनों ने कुछ दिन बंधक बनाए रखा और फिर करीब एक लाख रुपये में शादी के नाम पर राहतगढ़ में बेच दिया। इस तरह मुझे दो बार बेचा गया।
दो लोगों ने दुष्कर्म किया तो एक बेटी भी हो गई
इतने से भी बसंती का जी नहीं भरा। उसने मुझे ससुराल से गहने और रुपए लेकर वापस बुला लिया। इसके बाद ससुराल नहीं भेजा। लड़के वालों ने बसंती से संपर्क किया तो उसने केस में फंसाने की धमकी देकर चुप करा दिया। मैं नाबालिग हूं इसलिए लड़के वालों ने भी शिकायत नहीं की। इसके बाद से मैं बसंती के घर में रह रही थी। इसी दौरान बसंती के घर बिस्कुट उर्फ दीपेश शराब लेने आया था। उसने मेरे साथ दुष्कर्म किया। बसंती के भाई धन सिंह ने भी मेरा शारीरिक शोषण किया। इससे मैं गर्भवती हो गई थी। मैंने एक बच्ची को जन्म दिया है। मेरी बेटी तीन महीने की है। मानव तस्करी की आरोपित बसंती के साथ पुलिस ने कोलकाता निवासी अंतुर राय को पकड़ा। बसंती ने अंतुर से नाबालिग की शादी का सौदा किया था। वह शादी करने आया था तभी पुलिस ने पकड़ लिया।
शादी कराके गहने सहित वापस बुला लेती थी बसंती
मास्टर माइंड बसंती घर में नाबालिग लड़कियों को बंधक बनाकर रखती थी। पहले उनसे शराब बिकवाती थी। इसके बाद रुपए लेकर शादी करा देती थी। शादी के बाद गहने और रुपये लेकर ससुराल से बुला लेती थी। वहीं बंसती की मां शारदा ने बसंती के साथ मिलकर मैहर की नाबालिग को 30 हजार रुपये में खरीदा था। इस दौरान गलत काम करवाने के लिए यह मां-बेटी उसके साथ मारपीट कर दबाब बनाती थी। पूछताछ में 14 साल की लड़की ने बताया था कि बसंती ने पहले शराब बिकवाना शुरू किया। तीन अलग-अलग जगह शादी कराई। शादी के बाद वापस बुला लिया। मामला उजागर होते ही पुलिस ने आरोपित बसंती और उसके घर से गिरफ्तार आरोपित अंतुर राय के खिलाफ मानव तस्करी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया था। आरोपित बसंती के खिलाफ पूर्व में देह व्यापार और शराब तस्करी के मामले दर्ज हैं।
आश्रम में रखा तो बताया असली नाम व पता
पुलिस ने उस बच्ची को बसंती के घर से बरामद किया और बसंती की मां शारदा से बच्ची के संबंध में पूछताछ की तो उसने सही जानकारी ना देकर उसे अपनी लड़की होना बताया, लेकिन इस संबंध में वह कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सकी। पुलिस ने उस बच्ची से पूछताछ की लेकिन डर व सदमे के कारण वह पुलिस को सही जानकारी ना देकर शारदा को अपनी मां और बसंती को अपनी बहन बता रही थी जिसे चाइल्डलाइन के माध्यम से बाल आश्रम में रखा गया और लगातार परामर्शदाता के माध्यम से परामर्श कराया तब जाकर पूछताछ की नाबालिक बच्ची ने अपना असली नाम और अपना घर सतना जिले के मैहर थाना क्षेत्र मे बताया।
बच्ची ने पुलिस को आगे बताया कि तीन-चार साल पहले वह घर में बिना बताए अकेले मैहर से ट्रेन में बैठकर सागर में रहने वाले अपने मौसा के यहां आ गई थी, जब मौसा ने घरवालों को बता दिया तो डर के कारण वही मौसा घर से भागकर सागर स्टेशन आ गई तो ममता ने उसे अपने साथ रखा और फिर बेच दिया।