अनूपपुर, भास्कर हिंदी न्यूज़/ एक शातिर युवक ने बेरोजगारों के साथ छल कपट करते हुए हजारों रुपये लेकर लाखों रुपये हासिल कर लिए और अब पागलपन होने का नाटक कर रुपये वापस करने में टालमटोल किया जा रहा है मामले की शिकायत पी़िड़तों ने पुलिस अधीक्षक से करते हुए रुपये वापस दिलाए जाने की गुहार लगाई है। यह मामला चचाई थाना क्षेत्र के अमलाई बसंतपुर दफाई का है यहां के साथ लोगों को गुमराह करते हुए कॉलेज कॉलोनी धनपुरी के एक युवक ने ठगने का खेल खेला।नौकरी दिलाने के नाम पर एक ठग ने 7 लोगों से 30-30 हजार रुपये ठग लिए हैं। जब पीड़ितों को हकीकत का पता चला तो आरोपित के घर पहुंचे, तो मां ने कहा कि वह पागल हो गया है जबकि पत्नी ने कहा कि पागलपन का ढोंग किया जा रहा है।
जानकारी अनुसार चचाई थाना क्षेत्र के अमलाई बसंतपुर दफाई में निवास करने वाले सचिन, भारती, गुंजन प्रसाद पटेल, दिलीप नामदेव, रानी शर्मा, राजेन्द्र साहू, राजेश प्रजापति ने बताया कि सागर सिंह संधू पिता स्व. राजेन्द्र श्रीवास्तव, वार्ड क्रमांक एक कालेज कॉलोनी, धनपुरी ने नौकरी दिलाने के नाम पर दस्तावेज और प्रत्येक व्यक्ति से 5000 रुपये ले लिए। सागर उर्फ संधु ने हमें प्राइवेट ठेकेदार के अंडर रिलायंस सीबीएम प्रोजेक्ट सेमरा बु़ढ़ार में नौकरी दिलाने के नाम पर फरेब किया। आरोपित ने 5 हजार रूपए लेने के बाद कहा कि ठेकेदार की निविदा समाप्त हो चुकी है, मैं तुम लोगों की नौकरी एसईसीएल में लगवा दूंगा। इसके एवज में 50 हजार रूपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से और रुपये मांगे। गुमराह करते हुए कहा कि आधे रुपये अभी दे दो और बाकी नौकरी मिलने के बाद दे देना।
फर्जी दस्तावेज एसईसीएल के नाम पर बना कर हमें दिया, जिसे हम समझ नहीं पाए और सभी ने मिलकर 25 हजार रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से दिए। पीड;तिों ने एसपी को बताया कि 18 मार्च को सागर ने फर्जी मेडिकल कराए जाने के लिए एक सूची दी, जिसमें हम सभी का नाम था। फिर सभी को 30 मई को बिलासपुर ले चलने की बात कही उस दिन बुढार रेलवे स्टेशन में सागर नहीं पहुंचा और वे इंतजार करते रहे।घर जाने पर मां द्वारा कहा गया कि बेटा पागल हो गया है। तुम लोग यहां से चले जाओ लेकिन सागर की पत्नी ने कहा कि वह पागल नहीं है, वह धोखा देकर बचने के लिए नाटक कर रहा है। मंगलवार को सभी पीड;तिों ने अपने साथ हुए जालसाजी और धोखाध़ड़ी की शिकायत पुलिस अधीक्षक से करते हुए मामले की जांच कर सागर के खिलाफ मामला दर्ज करने और दिए गए रुपये वापस कराए जाने की मांग रखी है।