Panchak August 2022: digi desk/BHN/ हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले ज्योतिष गणनाओं के आधार पर शुभ व अशुभ मुहूर्त जरूर देखा जाता है। ज्योतिष में यह मान्यता है कि शुभ काम को अगर विशेष मुहूर्त में किया जाए, तो उसमें सफलता जरूर मिलती है। इसी प्रकार जब महीने में 5 दिनों के अशुभ मुहूर्त आता है, तो उसे पंचक कहा जाता है और पंचक के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। ज्योतिष के मुताबिक आज 12 अगस्त को दोपहर से 5 दिन के लिए पंचक शुरू हो रहा है, जो 16 अगस्त 2022 की रात तक चलेंगे। इन दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।
जानें क्या होता है पंचक और चोर पंचक क्यों है ज्यादा घातक
ज्योतिष के मुताबिक चंद्रमा राशि परिवर्तन करने के बाद जब कुंभ और मीन राशि में स्थित होता है तो ऐसे समय को पंचक कहा जाता है। पंचक की अवधि 5 दिन के लिए होती है, इसलिए इसे पंचक कहा जाता है। पंचक के अंतर्गत धनिष्ठा, शतभिषा, उत्तराभाद्रपद, पूर्वा भाद्रपद और रेवती नक्षत्र आते हैं। ज्योतिष के मुताबिक शुक्रवार के दिन पंचक शुरू हो रहा है, इसलिए इसे चोर पं चक के नाम से जाना जाता है। यह पंचक बहुत ही घातक और अशुभ माना जाता है।
पंचक का समय
12 अगस्त 2022, शुक्रवार को पंचक दोपहर 2.49 मिनट से शुरू होकर 16 अगस्त, मंगलवार को रात्रि 9.07 मिनट तक रहेगा।
पंचक में बिल्कुल न करें ये काम
– पंचक के दौरान चारपाई बनवाना अशुभ माना जाता है। भविष्य में किसी बड़े संकट का सामना करना पड़ सकता है।
– गरुण पुराण में बताया गया है कि पंचक के दौरान अगर किसी व्यक्ति का निधन हो जाता है तो अंतिम संस्कार करते समय आटे या कुश के 5 पुतलों को भी शव के साथ रखकर पूरे विधान के साथ अंतिम संस्कार करना चाहिए। ऐसा करने से पंचक के दोष से मुक्ति मिलती है।
– पंचक के दौरान दक्षिण दिशा की ओर यात्रा नहीं करना चाहिए। इस दिशा को यम की दिशा माना जाता है। यात्रा के दौरान किसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
– पंचक के दौरान घर की छत का निर्माण भी नहीं कराना चाहिए। अगर वह पहले से बन रही हैं तो कार्य को जारी रखा जा सकता है, लेकिन पंचक में नया निर्माण कार्य शुरू करते हैं तो धन की हानि हो सकता है।
चोर पंचक के दौरान किसी भी तरह के आर्थिक लेनदेन से बचना चाहिए। मान्यता है कि चोर पंचक में धन की हानि होने की संभावनाएं प्रबल रहती हैं।