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Retire MiG-21: वायु सेना का  फैसला, मिग-21 का एक स्क्वाड्रन सितंबर तक होगा रिटायर

IAF To Retire MiG-21: digi desk/BHN/नई दिल्ली/  लड़ाकू विमान दुर्घटना के एक के बाद एक सामने आते मामलों के बीच भारतीय वायुसेना ने बड़ा फैसला लिया है। भारतीय वायु सेना (IAF) के मुताबिक, 30 सितंबर तक मिग -21 बाइसन विमान के एक और स्क्वाड्रन को रिटायर कर दिया जाएगा। योजना है कि साल 2023 तक सभी मिग-21 विमानों को रिटायर कर दिया जाएगा। राजस्थान के बाड़मेर में मिग-21 विमान क्रैश होने के अगले दिन यह फैसला लिया गया है। बता दें, तत्कालीन सोवियत संघ के मिकोयान-गुरेविच डिज़ाइन ब्यूरो (ओकेबी) द्वारा डिजाइन किया गया मिग-21 भारत का सबसे लंबे समय तक उपयोग किया गया लड़ाकू विमान है। भारत को 1963 में अपना पहला एकल इंजन वाला मिग-21 मिला और समय-समय पर इनकी युद्ध क्षमता को बढ़ाने के लिए अपडेट किया गया। हालांकि हाल के वर्षों में कई दुर्घटनाओं के कारण इस लड़ाकू विमान को ‘उड़ता ताबूत’ कहा जाने लगा। 200 से अधिक पायलट और 50 लोग (जमीन पर) इससे जुड़े हादसों में मारे गए।

बाड़मेर में बीती रात क्रैश हुआ था मिग -21 लड़ाकू विमान

भारतीय वायु सेना के दो पायलटों की गुरुवार रात उस समय बलि दे दी गई, जब उनका दो सीटों वाला मिग -21 लड़ाकू विमान राजस्थान के बाड़मेर के पास एक प्रशिक्षण उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जब विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ तो जिले के भीमदा गांव में एक बड़ा गड्ढा था जहां उसका मलबा गिरा था।

भारतीय वायुसेना ने बताया कि विमान गुरुवार शाम राजस्थान के उत्तरलाई हवाईअड्डे से ट्रेनिंग के लिए निकला था। यह बाड़मेर के पास रात करीब 9.10 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसमें दोनों पायलटों ने वीरगति को प्राप्त किया। इस पर सेना ने खेद जताया है। हालांकि उन्होंने दोनों पायलटों के नाम का खुलासा नहीं किया। सेना ने कहा है कि वह पायलटों के शोक संतप्त परिवारों के साथ मजबूती से खड़ी है। साथ ही हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

एक किलोमीटर का मलबा बिखरा

जानकारी के मुताबिक विमान के दुर्घटनाग्रस्त होते ही उसमें आग लग गई. इससे उसका मलबा करीब एक किलोमीटर दूर बिखर गया। एक पायलट का शरीर बुरी तरह जल गया और दूसरे का लत्ता उड़ गया। इस हादसे के कई वीडियो और तस्वीरें इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गईं। उधर, सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन भी दुर्घटनास्थल पर पहुंच गया।

न्यूज एजेंसी प्रेट्र के मुताबिक हादसे के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी से बात की. सिंह ने ट्वीट कर दोनों पायलटों के बलिदान पर दुख जताया। सिंह ने कहा कि हादसे में दो वायु योद्धाओं के मारे जाने से गहरा दुख हुआ है. देश के लिए उनकी सेवा को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।

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