Chess Olympiad 2022: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ पीएम मोदी ने चेन्नई के पास मामल्लपुरम में चेस ओलंपियाड के 44वें सीजन का आगाज किया। आपको बता दें कि भारत पहली बार इस ओलंपियाड की मेजबानी कर रहा है। इस मौके पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सम्मानित किया। चेन्नई के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 44वें शतरंज ओलंपियाड के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘यहां एकत्रित सभी टीमों और खिलाड़ियों को 44वें शतरंज ओलंपियाड के लिए शुभकामनाएं! मैं घोषणा करता हूं कि अब से 44वें शतरंज ओलंपियाड की शुरुआत होती है।’ इससे पहले 5 बार के वर्ल्ड चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने चेस ऑलंपियाड की मशाल प्रधानमंत्री को सौंपी, जिसके बाद इसे युवा ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानंद को दिया गया।
पीएम के संबोधन की अहम बातें
- मैं भारत में हो रहे 44वें शतरंज ओलंपियाड में आप सभी का स्वागत करता हूं। शतरंज का सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट भारत आया है। 44वां शतरंज ओलंपियाड कई मामलों में प्रथम और रिकॉर्ड का टूर्नामेंट रहा है।
- तमिलनाडु का शतरंज से गहरा ऐतिहासिक संबंध है। यही कारण है कि यह भारत के लिए शतरंज का पावरहाउस है। इसने भारत के कई शतरंज ग्रैंडमास्टर तैयार किए हैं।
- मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत में खेलों के लिए वर्तमान से बेहतर समय कभी नहीं रहा। भारत का ओलंपिक, पैरालंपिक और डेफलिंपिक में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है। हमने उन खेलों में भी गौरव हासिल किया जहां हम पहले नहीं जीतते थे।
- यह पहली बार है जब शतरंज ओलंपियाड शतरंज की उत्पत्ति के स्थान (भारत में) आयोजित किया जा रहा है।
44वें चेस ओलंपियाड से जुड़े कुछ तथ्य
भारत में 28 जुलाई से चेस ओलंपियाड (Chess Olympiad-2022) के 44वें सीजन का आगाज हो रहा है। भारत 2020 के ऑनलाइन ओलंपियाड में रूस के साथ संयुक्त विजेता रहा था। भारत ने 2021 में भी ब्रॉन्ज हासिल किया। ऐसे में इस बार भी भारतीय टीम के ज्यादा पदक जीतने की उम्मीद है। भारत की ओर से ओपन और महिला वर्ग में 3-3 टीमें उतर रही है। कुल 6 टीमों में भारत के 30 खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। रूस और चीन इस बार ओलंपियाड में भाग नहीं ले रहे हैं, ऐसे में भारत की कड़ी टक्कर नॉर्वे, अमेरिका से होगी। वहीं पाकिस्तान ने 44वें शतरंज ओलंपियाड से खुद को बाहर कर लिया है। पाक ने यह फैसला ऐसे वक्त लिया जब पाक टीम भारत पहुंच चुकी है।
वहीं पांच बार के विश्व चैंपियन और दिग्गज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद ने ओलंपियाड में नहीं खेलने का फैसला किया है। वह मेंटॉर के रूप में इस टूर्नामेंट से जुड़े हैं।