MP Weather Alert: digi desk/BHN/भोपाल/ वर्तमान समय में दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश और आस-पड़ोस पर चक्रवात का संचलन अभी भी बना हुआ है और समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुकता हुआ देखा जा रहा है। इसके साथ ही दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और आस-पड़ोस के निम्न दाब का क्षेत्र अब पाकिस्तान और उससे सटे कच्छ के ऊपर बने चक्रवाती परिसंचरण के साथ स्थित है। समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक यह फैला हुआ है और ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है।
साथ ही मानसून ट्रफ लाइन अब दक्षिण पाकिस्तान और उससे सटे कच्छ से शुरू होकर जैसलमेर, कोटा, दमोह, अंबिकापुर, जमशेदपुर, दीघा होते हुए दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी तक जाती है। यह औसत समुद्र से 1.5 किमी ऊपर तक फैली हुई है।
इन्हीं मौसम प्रणालियों की वजह से पूरे मध्य प्रदेश में रुक-रुककर वर्षा का दौर जारी है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि मंगलवार को भोपाल, जबलपुर एवं नर्मदापुरम संभागों के जिलों में तथा रतलाम, शाजापुर, आगर, देवास, शिवपुरी, ग्वालियर, श्योपुरकलां, सागर, दमोह, पन्ना, अनूपनगर, डिंडोरी एवं उमरिया जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है।27 व 28 जुलाई को भी मौसम में विशेष परिवर्तन नहीं होगा।
सोमवार को रायसेन में सबसे अधिक वर्षा
पूर्व मौसम विज्ञानी पीके साहा के मुताबिक सोमवार सुबह 8.30 से शाम 5.30 बजे तक रायसेन में 67 (2.63 इंच), मंडला में 43 (1.69 इंच) , भोपाल में 30.1 (1.18 इंच), धार व गुना में 21, खंडवा में 11, खजुराहो में 10, रीवा, सतना, सीधी में 9, ग्वालियर में 8.2, , रतलाम में 4, खरगोन में 3, नौगांव, सागर, बैतूल में 2, इंदौर में 1.1, जबलपुर में 0.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
बीते साल 31 जुलाई तक 448.9 मिमी हुई थी वर्षा
मौसम विभाग ने जुलाई महीने के 25 दिनों में से 15 दिन आरेंज अलर्ट जारी किया। वहीं 14 जुलाई को रेड और आरेंज अलर्ट जारी कर अति भारी वर्षा की चेतावनी दी। आंकड़ों के अनुसार एक जून से 25 जुलाई तक पूरे प्रदेश में सामान्य से 23 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई। हालांकि पूर्वी मध्य प्रदेश में औसत से दो प्रतिशत कम वर्षा हुई है, लेकिन पश्चिमी मध्य प्रदेश में औसत से 46 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है, जिसने पूरे प्रदेश की वर्षा का कोटा पूरा कर दिया है।
बीते साल 2021 में जहां एक जून से 31 जुलाई तक पूरे प्रदेश में 448.9 मिमी वर्षा हुई थी, इस साल जुलाई खत्म होने में अभी छह दिन बचे हैं और अब तक (1 जून से 25 जुलाई) 470.6 मिमी वर्षा हो चुकी है। पिछले साल 31 जुलाई तक हुई वर्षा (448.9 मिमी) इस साल 24 जुलाई (450 मिमि) को हो चुकी थी।