अब रूढ़िवादी परंपराओं को त्यागने का समय है.-ओमप्रकाश कुशवाहा
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ संत मोतीराम स्वास्थ्य केंद्र ने महंत स्वामी खिम्यादास जी के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य सेवा के साथ-साथ देहदान की अलख ज्योति जगाने का बीड़ा उठाया है संस्था की पहल को मजबूती देते हुए समाजसेवी ओम प्रकाश कुशवाहा ने सपत्नी देहदान करने का संकल्प लिया है। आश्रम के सेवादारी गोपीचंद कापडी ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वामी जी के आशीर्वाद से ओम प्रकाश एवं श्रीमती कमलेश कुशवाहा ने देहदान करने का संकल्प लिया है।
देहदान का संकल्प लेने वाले ओम प्रकाश कुशवाहा ने कहा कि रूढ़ीवादी मान्यताओं और अंधविश्वास के कारण आज भी अधिकांश लोग मानवता की सेवा करने के लिए आगे नहीं आते हैं जबकि विज्ञान ऐसी भ्रांतियों को नकार चुका है आज चिकित्सा विज्ञान में शोध और पढ़ाई के लिए मानव शरीर की बेहद कमी है जैसे युवा डॉक्टरों को उचित प्रशिक्षण नहीं मिल पाता है दधीचि जैसे साधु-संतों ने भी अस्थियों का दान देकर मानवता की रक्षा में अहम योगदान दिया था हमें इनके त्याग से प्रेरणा लेने की जरूरत है और वर्तमान समय में युवा पीढ़ी को जागृत करने की आवश्यकता है। देहदान का संकल्प लेने वाले ओम प्रकाश कुशवाहा को गुरु जी द्वारा दिया गया प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर अतुल दुबे, जे. पी.निगम, विनोद गुप्ता, जुगल कनोडिया, वीरेंद्र यादव, पदमधर पांडे,श्रीमती विद्या देवी पांडे, मुकेश अग्रवाल, प्रकाश कनोडिया, नमो नारायण, बिमल मित्रा, सागर कापड़ी,गोपीचंद कापड़ी, मनोहरलाल मोर्यनी, ज्ञान हासवानी, नंदलाल एवं अनेक सेवादारीगण प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
यह देहदान प्रक्रिया व सरकारी ऑफिस का कार्य विनोद गुप्ता, वीरेन्द्र यादव, जे पी निगम एडवोकेट, जुगुल किशोर कनोडिया (रीवा) के अथक प्रयास से बहुत कम समय में पूरा किया है।