सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़। कोरोना वायरस ने जिले के सबसे बड़े प्रशासनिक दफ्तर में प्रवेश कर लिया है कर ली है। सतना के कलेक्टर कार्यालय में डिप्टी कलेक्टर समेत 12 कर्मचारियों को कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद कार्यालय में हड़कंप मच गया है। उधर रामपुर बाघेलान तहसीलदार को भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिले भर में सरकारी कार्यालयों में कुल 20 अधिकारियों – कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। फिलहाल डिप्टी कलेक्टर के कार्यालय और रामपुर तहसील कार्यालय को सील कर दिया।
एसडीएम सिटी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव
जानकारी के अनुसार कोरोना संक्रमण के दौर में सोमवार को सतना कलेक्ट्रेट में अधिकारियों – कर्मचारियों की रैपिड टेस्टिंग कराई गई । इस दौरान डिप्टी कलेक्टर एवं एसडीएम सिटी को कोरोना संक्रमित पाया गया है। एसडीएम सिटी हाल ही में तबादले पर छिंदवाड़ा से सतना आये हैं। उनके संक्रमित मिलने की खबर से कलेक्ट्रेट में हड़कंप मच गया है। अधिकारी कर्मचारी सभी चिंता से घिर गए हैं। अधिकारी अपने कार्यालय में तो लोगों से मिल ही रहे थे फील्ड में भ्रमण भी कर रहे थे। अब इस बात की चिंता ने लोगों को परेशान कर दिया है कि उनके संपर्क में कौन कौन आया ? माना जा रहा है कि कांटेक्ट लिस्ट बनने पर कई अन्य अधिकारी – कर्मचारी भी क्वारन्टीन हो सकते हैं।
कलेक्ट्रेट के 12 कर्मचारियों में भी संक्रमण
एसडीएम सिटी के अलावा भी कलेक्ट्रेट के 12 कर्मचारी भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। सिटी मजिस्ट्रेट के चपरासी के अलावा शस्त्र शाखा के 2 लिपिक और स्थापना का एक लिपिक पॉजिटिव पाया गया है। एनआईसी के एक टेक्नीशियन के अलावा कार्यालय अधीक्षक के दफ्तर के दो बाबू , योजना शाखा का वाहन चालक और कलेक्ट्रेट के 4 चपरासियों में भी कोरोना संक्रमण पाया गया है। इसके अलावा जिले के अन्य शासकीय कार्यालयों में भी कोरोना संक्रमित मिले हैं। बताया गया कि सोमवार को सरकारी दफ़्तरो में मिले कुल संक्रमितों की संख्या 20 है।
सर्किट हाउस में थे एसडीएम
पिछले दिनों कर्मचारी की बेटी के कोरोना संक्रमित होने के बाद सील रहे सर्किट हाउस में एक बार फिर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। संक्रमित पाए गए एसडीएम दो दिन पहले तक सर्किट हाउस में ही रह रहे थे लेकिन बाद में यूसीएल चले गए थे। खबर है कि अब वे यूसीएल में भी नही हैं। गौरतलब है कि यूसीएल ने कोरोना के कारण अपने कर्मचारियो की आवाजाही भी बंद कर रखी थी। उनके अखबार ,सब्जी – भाजी पर भी प्रतिबंध लगा रखा था।
रामपुर तहसीलदार भी कोरोना पॉजिटिव
जिले की रामपुर बाघेलान तहसील में पदस्थ तहसीलदार में भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। तहसीलदार भी दफ्तर में बैठ रही थीं और लोगों से मिल रही थीं। मैदानी कामकाज के सिलसिले मे क्षेत्र के भ्रमण पर भी जा रही थीं। अब उनकी भी कांटेक्ट लिस्ट तलाशी जा रही है। एहतियाती तौर पर रामपुर बाघेलान तहसील कार्यालय को सील कर दिया गया है। अन्य कर्मचारियो की भी जांच कराई जा रही है। गौरतलब है कि मार्च महीने में शुरू हुए कोरोना काल से प्रशासनिक अधिकारी तमाम इंतजामो में लगे रहे हैं। इस दौरान वे बाहर से घर लौट रहे तमाम लोगों के संपर्क में भी आये और प्रवासी मजदूरों तथा स्थानीय लोगों के भोजन आदि की व्यवस्था में लगे रहे। यानी खतरा उन पर हर वक्त मंडराता रहता है।
एसडीएम – तहसीलदार के दफ्तर सील, पटवारियों ने भी बंद किये अपने प्राइवेट कार्यालय
कलेक्ट्रेट में कोरोना संक्रमण फैलने के बाद पटवारियों ने भी अपने निजी दफ्तर बंद कर दिए हैं। एसडीएम सिटी यानी नगर दंडाधिकारी रघुराजनगर का कार्यालय और रामपुर तहसीलदार के कार्यालय भी 7 दिन के लिए बंद कर दिए गए हैं। इधर पटवारियों ने भी अपने कार्यालय 14 सितंबर तक बंद करते हुए नोटिस चस्पा कर दी है।