छतरपुर, भास्कर हिंदी न्यूज़/ सोमवार की सुबह आठ बजे ग्राम बमनोरा के पठोंनी मुहल्ला स्थित राकेश राय के घर में खाना बनाते समय सिलेंडर से गैस रिसने से आग भड़क गई। जो कुछ ही पलों में इतनी विकराल हो गई कि जिससे पूरा घर आग की चपेट में आ गया। इसमें घर का पूरा सामान जल गया, लेकिन एक पुलिसकर्मी ने हिम्मत से काम लेकर मकान में आग के बीच फंसी दो महिलाओं व तीन बच्चों को सकुशल बचा लिया।
जानकारी के अनुसार बमनोरा में राकेश राय पुत्र सुक्के राय के यहां नवजात ने जन्म लिया था। घर में खुशी का माहौल था। घर में जब महिलाएं रसोई गैस से खाना बना रही थीं। उसी समय गैस सिलेंडर में रेग्युलेटर से गैस का रिसाव शुरू हो गया। जब तक इस बारे में किसी को पता चलता तब तक अचानक रेगुलेटर ने आग पकड़ ली। जो देखते ही देखते इतनी विकराल हो गई कि आग घर में फैलने लगी। यहां सबसे बड़ी समस्या थी कि सोमवार को ही सुबह राकेश की पत्नी ने नवजात को जन्म दिया था। कमरे में उसकी पत्नी, नवजात शिशु, देवरानी व दो बच्चे भी थे जो चारों ओर से लगी आग से घिर गए। आगजनी की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी बमनोरा राजकपूर सिंह बघेल मौके पर पहुचे और लोगों को मकान से दूर किया। इसी दौरान प्रधान आरक्षक तरुण विश्वकर्मा ने अपनी जान की परवाह किए बिना बदन पर कंबल लपेटा और आग की लपटों के बीच घुस गया।
साहस के साथ उसने कमरे के अंदर फंसी दोनों महिलाओं और तीनों बच्चों को छत के रास्ते सकुशल बाहर निकाल लिया। इस आगजनी में गृहस्थी का पूरा सामान, दो बाइक, किराना की दुकान पूरी तरह से जलकर खाक हो गई है। बाद में बड़ी मुश्किल से आग पर काबू पाया जा सका। इस पूरे घटनाक्रम में सभी लोग प्रधान आरक्षक तरूण के साहस व सूझबूझ की सराहना कर रहे हैं।