सीएम हेल्पलाईन की समीक्षा बैठक
सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कलेक्टर अनुराग वर्मा ने सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा करते हुए विभाग प्रमुख अधिकारियों को स्पष्ट किया है कि आगामी 20 जून तक पंचायत चुनाव एवं नगरीय निकाय निर्वाचन के साथ ही अन्य विभाग सीएम हेल्पलाइन के निराकरण पर फोकस रहे। विगत दो हफ्ते से टीएल नहीं होने के कारण जिले की ग्रेडिंग 15वें स्थान पर खिसक गई है। उन्होंने कहा कि इस माह में अभी की स्थिति में सहकारिता, वित्त और स्वास्थ्य विभाग ‘डी’ श्रेणी में हैं। आगामी दिनों में प्रयास कर इसे ‘बी’ श्रेणी में लायें। सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों की समीक्षा के लिए रविवार को विभाग प्रमुख अधिकारियों की संपन्न विशेष बैठक में सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव, आयुक्त नगर निगम राजेश शाही, एसडीएम सिटी नीरज खरे, सुरेश गुप्ता, संयुक्त कलेक्टर सुरेश जादव सहित जिला विभाग प्रमुख उपस्थित थे। वहीं एसडीएम, तहसीलदार, जनपद सीईओ तथा सीएमओ नगरीय निकाय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
कलेक्टर श्री वर्मा ने विगत कई महीनों से सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण की तुलना में इस माह हुई गिरावट पर गहरी अप्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने पेयजल की स्थिति की समीक्षा में कहा कि इस सप्ताह हालांकि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी सहित स्थानीय निकायों ने पेयजल की उपलब्धता के संबंधता में अच्छा कार्य किया है। अभी भी सीएम हेल्पलाईन में पीएचई विभाग की 1657 शिकायतें लंबित हैं, इनका निराकरण करें।
उन्होंने पंचायत निर्वाचन एवं नगरीय निकाय निर्वाचन की समीक्षा करते हुये कहा कि पंचायतों के नामांकन पूरे हो चुके है। जबकि नगरीय निकायों के अभी प्रारंभ हैं। दोनो निर्वाचन एक साथ शांतिपूर्ण, निष्पक्ष वातावरण में संपन्न कराना पहली प्राथमिकता है। इसके साथ ही निर्वाचन से सीधे नहीं जुड़े हुये विभाग सीएम हेल्पलाइन को प्राथमिकता में रखें और टीमवर्क से कार्य करते हुए जिले की ग्रेडिंग में सुधार लाएं। संतुष्टिपूर्ण निराकरण, 50 दिन से अधिक की शिकायतें एवं मई माह की 3850 शिकायतों के निराकरण पर विशेष जोर दें। ताकि इनमें 2 हजार शिकायतों की कमी आये। उन्होंने कहा कि समय रहते विभागों की शिकायतें निराकृत कर रेटिंग में सुधार लाएं।
सीएम हेल्पलाईन की समीक्षा में कलेक्टर ने कहा कि जिले की कुल शिकायतें 10 हजार 8 से बढ़कर 11 हजार 904 हो गई हैं। जो 1896 बढ़कर 11 हजार 904 हो गई हैं। जिनमें खाद्य की 2193, राजस्व की 1333 शामिल हैं। उन्होने कहा कि आदर्श आचार संहिता का पालन करते हुये विभाग के चालू कार्यों की शिकायतों का निराकरण सुनिश्चित करें। समीक्षा के दौरान उच्च शिक्षा, गृह, परिवहन और ऊर्जा विभाग ‘ए’ श्रेणी में तथा शेष विभाग ‘बी’ और ‘सी’ श्रेणी में पाये गये हैं। 50 दिवस से ऊपर की 1776 शिकायतों में से 151 बढ़कर 1927 हो गई हैं। इनमें शिकायतों की संख्या में कमी लायें।
कलेक्टर श्री वर्मा ने राजस्व की तहसीलवार, पंचायत एवं ग्रामीण विकास की सीईओ जनपदवार और नगरीय निकायों की सीएमओवार सीएम हेल्पलाईन की शिकायतों के निराकरण की समीक्षा की।