Shani Rashi Parivartan 2022: digi desk/BHN/ नई दिल्ली/ भारतीय ज्योतिष में शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है। साथ ही यह भी मान्यता है कि शनि देव जातक को वैसा भी फल देते हैं, जैसा वह कर्म करता है। शनि राशि परिवर्तन के कारण तीन राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती व दो राशि वालों पर शनि ढैय्या चल रही है। फिलहाल शनिदेव कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं। शनि के गोचर के कारण शनि ढैया कुंभ, मकर और मीन राशि में चल रहा है। शनि ढैय्या का असर कर्क और वृश्चिक राशि पर भी पड़ता है। शनिदेव 5 जून को वक्री हो जाएंगे। शनिदेव के वक्री हो जाने के कारण इन राशियों पर इसका असर होगा –
मकर
मकर राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती का असर होता है। नौकरी और व्यापार में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। शनि की वक्री अवस्था में सावधान रहें। मेहनत पर विश्वास रखें। शनिवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करना फायदेमंद हो सकता है।
कुम्भ
शनि देव फिलहाल कुंभ राशि में विराजमान हैं और आपकी राशि में वक्री चलेंगे, ऐसे में शनि की उलटी चाल कुंभ राशि के जातकों को प्रभावित करेगी। पैसों के मामले में आपको धैर्य रखने की जरूरत है। शनिवार के दिन किसी गरीब व्यक्ति को दान देने से शनिदेव प्रसन्न होंगे।
मीन
मीन राशि के जातकों के लिए शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण चल रहा है। इस कारण से वक्री शनि ग्रह आपको नौकरी या व्यापार के मामले में परेशानी दे सकता है। फिजूलखर्ची के कारण मानसिक तनाव बढ़ेगा। जीवनसाथी को खुश रखने की कोशिश करें। शनिवार के दिन शनि चालीसा का पाठ जरूर करें।
कर्क
कर्क राशि के जातकों को भी शनिदेव के वक्री होने के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। वक्री शनि के दौरान आपको धन और स्वास्थ्य से जुड़े मामलों में सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। कर्क राशि को को शनिवार को दान जरूर करना चाहिए।
वृश्चिक
शनिदेव के वक्री होने के कारण वृश्चिक राशि के स्वभाव पर इसका असर हो सकता है। क्रोध और अहंकार के शिकार हो सकते हैं, जिससे काम बिगड़ सकता है। पारिवारिक जीवन में मुश्किलें आ सकती हैं। शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने से लाभ होगा।