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Spiritual: इन राशियों को होती हैं धन कमाने की अधिक इच्छा, जानिए आपकी कुंडली में धनवान बनने के योग हैं या नहीं

Astrology news dhan yog in kundli money predictions know whether there is yoga in your horoscope or not: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ हर व्यक्ति धनवान बनना चाहता है। इसके लिए कड़ी मेहनत भी करता है। हालांकि फिर भी कुछ लोगों को तंगी का सामना करना पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा ग्रहों के दोष, दशा या गलत कर्मों का फल होता है। जन्म कुंडली में मौजूद ग्रह जातक के जीवन में अच्छा या बुरा असर डालते हैं। जानिए किन राशियों को सबसे अधिक धन कमाने की इच्छा होती है। साथ ही जानें कुंडली में किस तरह बनता है धन योग।

इन राशियों को धन कमाने की अधिक इच्छा

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पैसे कमाने की सबसे अधिक इच्छा शुक्र, मंगल, चंद्र और सूर्य की राशियों को होता है। शुक्र की राशि वृषभ, मंगल की राशि वृश्चिक, सूर्य की सिंह राशि और चंद्र की कर्क राशि वालों को धन कमाने की ज्यादा लालसा होती है। इन राशियों के लिए भौतिक सुख मायने रखता है।

कुंडली में जरूरी धन का भाव

ज्योतिषाचार्य के अनुसार जन्म कुंडली में धन का भाव होना जरूरी है। धन का संबंध दूसरे और आठवें भाव से होता है। इन भावों में वृषभ और वृश्चिक राशि का राज रहता है। वहीं नौवां, ग्याहरवां और बारहवें भाव को भाग्य होता है। इसी आधार पर जातक के पास किसी धन की आवक होगी। इस बारे में जानकारी निकाली जा सकती है।

इस तरह जानें कुंडली में धन योग है या नहीं

1. अगर किसी की कुंडली में सातवें भाव में मंगल या शनि बैठा है। ग्यारहवें भाव में शनि या राहु बैठा है। ऐसे जातक गलत तरीके से पैसा कमाएंगे।

2. यदि चंद्रमा और मंगल एक साथ किसी भाव में स्थित है। यह चंद्र मंगल योग बनाते हैं, जो धन योग को दर्शाता है।

3. किसी जातक की कुंडली में मंगल शुक्र के साथ युग्म में स्थित हैं। तब स्त्री पक्ष की ओर से धन लाभ मिलता है।

4. किसी जातक की कुंडली में मंगल और गुरु की युति है, तो धन लाभ के पूर्ण आसार है।

5. अगर किसी की कुंडली में पांचवें घर में सूर्य हो और लाभ स्थान में शनि हो। साथ ही चंद्र शुक्र की युति हैं, तो जातक धनवान होते हैं।

6. अगर गुरु कर्क, धनु या मीन राशि का और पांचवें भाव का स्वामी दसवें भाव में हो। तब जातक को संतान की ओर से धन लाभ मिलता है।

7. यदि जन्म कुंडली में गुरु दसवें या ग्यारहवें भाव में, सूर्य और मंगल पांचवें भाव में हो तो जातक को प्रशासनिक क्षमताओं से धन लाभ होता है।

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