सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़। पूरी दुनिया मे लाखों जाने लील चुका कोरोना अब विंध्य के इलाकों में चरम पर पहुंचता जा रहा है। सतना की महिला के रीवा मेडिकल कालेज में दम तोड़ने के साथ ही मरने वालों की संख्या 40 पहुंच गई है। उधर रीवा के जिला खाद अधिकारी ने देर रात तीन बजे कोरोना से मेडिकल कालेज में दम तोड़ दिया। कोरोना वायरस सतना में इस कदर जान लेवा बन चुका है कि पिछले 5 दिनों से रोजाना मौत की खबरें आ रही हैं और लोगों का दिल दहला रही हैं। बीते दिन भी रीवा से ऐसी ही एक खबर फिर सतना पहुंची जिसने कोरोना काल मे कोरोना से मरने वाले सतना के लोगों की संख्या को 40 तक पहुंचा दिया है। उधर रविवार को रिपोर्ट न आने की वजह से कोई नया पॉजिटिव केस तो सामने नही आया लेकिन जिले में 646 के आंकड़े तक पहुंच चुके कोरोना के पॉजिटिव केसों के मामले में सतना शहर डबल सेंचुरी पूरी कर सबसे आगे है।
सतना की महिला की रीवा में मौत
रीवा का श्याम शाह मेडिकल कालेज सतना के गंभीर कोरोना संक्रमितों के लिए कब्रगाह साबित हो रहा है। बेहतर इलाज की चाह में लोग रीवा जा रहे हैं और रेफर भी किये जा रहे हैं लेकिन गंभीर हालत में भेजे जा रहे लोगों के लिए सतना का सफर उनके जीवन का आखिरी सफर साबित हो रहा है। रविवार को भी सतना जिले के जसो की 45 वर्षीया एक महिला की रीवा मेडिकल कालेज में मौत हो गई। चौधरी परिवार की यह महिला 3 सितंबर को रीवा गई थी जहां उपचार के दौरान ही वह कोरोना संक्रमित हुई और रविवार को उसकी मौत हो गई। बताया जाता है कि उसकी किडनी ,लीवर में तो दिक्कत थी ही ,वह मस्तिष्क ज्वर से भी पीड़ित हो गई थी।
कोरोना काल बन गया 40 जिंदगियों का काल
मार्च माह से शुरू हुए कोरोना काल से अब तक सतना जिले के 40 लोग कोरोना के जाल में फंस कर काल के गाल में समा चुके हैं। पिछले 5 दिनों में ही 8 लोगों की मौत की खबर रीवा ,जबलपुर ,भोपाल से सतना पहुंची है। एक स्टेशन मास्टर की मौत के बाद पता चला कि वो संक्रमित था। कोरोना से मौत के ये आंकड़े परेशान करने वाले हैं। भले ही जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक आंकड़े 18 मौतें होना दर्शाते हों लेकिन इन 18 के अलावा भी मौतें तो हुई हैं और मरने वाले सतना जिले के ही हैं। यह बात दीगर है कि उनमें से कई मौतें रीवा ,भोपाल,जबलपुर ,नागपुर और सागर में हुईं जिन्हें जिले के आंकड़ों में इसलिए भी नही जोड़ा गया क्योंकि कई लोग जहां इलाज करा रहे थे वहां उन्होंने अपने पते में सतना दर्ज नही कराया। जानकार तो यह भी बताते हैं कि जबलपुर में तो पता पूछा भी नही जाता जबकि सतना में कोरोना की जांच के लिए भी आधार कार्ड की अनिवार्यता है।
सतना शहर में सबसे अधिक 210 केस
कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में सतना शहर या यूं कहें कि जिला मुख्यालय ने डबल सेंचुरी पूरी कर ली है। रविवार को कोई जांच रिपोर्ट ही नही आई लिहाजा कोई नया केस सामने नही आया लेकिन शनिवार को मिले केसो के बाद सतना शहर में कुल कोरोना पॉजिटिव केसों की संख्या 210 हो गई है। शहर में एक्टिव केस फिलहाल 48 हैं जबकि 152 लोग स्वस्थ्य हो कर घर जा चुके हैं। मौत के आंकड़े भी शहर में ही सबसे ज्यादा हैं।
स्वास्थ्य बुलेटिन में दी गई जानकारी के अनुसार जिले के कुल 646 केसों में से अमरपाटन में कुल 37 और 4 एक्टिव केस हैं तो मैहर में कुल संक्रमितों की संख्या 147 है। मैहर में 128 लोग अब तक ठीक हो चुके हैं और 14 केस अभी एक्टिव हैं। मझगवां के 98 केसों में 5 एक्टिव हैं तो नागौद के 25 मामलों में 8 एक्टिव केस हैं। रामनगर में अब तक 31 मरीज मिले और सब ठीक हो कर अपने अपने घर लौट गए लिहाजा फिलहाल रामनगर में एक भी एक्टिव केस नही है। रामपुर में 28 में से 5 केस एक्टिव हैं जबकि उचेहरा में 37 में से 29 लोग स्वस्थ्य हो चुके हैं। सोहावल ब्लॉक में भी 33 संक्रमित अब तक पाए जा चुके है जिनमे से 7 केस एक्टिव हैं और 24 लोग कोरोना से जंग जीत कर घर लौट चुके हैं।