Covid19 death toll: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ भारत ने देश में कोविड-19 से हुई मौत के आंकड़ों के विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुमान लगाने के तरीके पर सवाल उठाए हैं। भारत ने कहा है कि कम आबादी वाले और भारत जैसे बड़ी आबादी वाले देशों में मौतों का अनुमान लगाने के लिए, एक जैसा मॉडल इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा कि भारत ने WHO को जारी छह पत्रों सहित विभिन्न कम्युनिकेशंस के माध्यम से अन्य सदस्य देशों के साथ मेथडोलॉजी से जुड़ी चिंताएं साझा की हैं। बता दें कि भारत को इस मामले में इसलिए सफाई देनी पड़ी क्योंकि दो दिन पहले न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक आर्टिकल छापा था, जिसमें दावा किया गया था कि भारत कोरोना से होने वाली मौत की सही संख्या को लेकर WHO का सहयोग नहीं कर रहा है।
भारत ने WHO को लिखा पत्र
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, भारत ने औपचारिक कम्युनिकेशंस की एक सीरीज के जरिये अन्य सदस्य देशों के साथ कार्यप्रणाली को लेकर अपनी चिंताओं को साझा किया था, जिसमें डब्ल्यूएचओ को जारी छह पत्र शामिल हैं। भारत की चिंता विशेष रूप से इस बात को लेकर है कि सांख्यिकीय मॉडल परियोजनाएं सभी देशों के लिए एक जैसी हैं। यह मॉडल कम आबादी वाले दूसरे देशों पर फिट बैठता है और इसके नतीजे सभी दृष्टिकोणों और मॉडलों में ट्यूनीशिया जैसे छोटे देशों के लिए सही हो सकते हैं, लेकिन 1.3 अरब की आबादी वाले भारत पर लागू नहीं हो सकते हैं।
यह मॉडल जब टियर 1 देशों का डाटा इस्तेमाल करता है और जब 18 भारतीय राज्यों से मिले गैर-सत्यापित डाटा इस्तेमाल करता है तो मृत्यु के अनुमानों में खासा अंतर नजर आता है। इतने ज्यादा अंतर से ऐसे मॉडल के अनुमानों वैधता और सटीकता पर सवाल खड़े होते हैं। WHO ने अभी तक अपने मौजूदा मॉडल को लेकर भरोसा बढ़ाने वाले तथ्य साझा नहीं किए हैं।