दमोह,भास्कर हिंदी न्यूज़/ जिले कीहटा तहसील में एक निर्दयी मां ने नवजात को जन्म देने के बाद जमीन में गा़ड़ दिया। जब उसके रोने की आवाज आई तो गांव की महिला व ग्रामीणों ने उसे वहां से निकाला और तुरंत डायल 100 से सिविल अस्पताल पहुंचाया। शरीर पर घाव होने और रक्त बह जाने के कारण मासूम को जिला अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी।
जन्म के तुरंत बाद ही खेत में गाड़ दिया
रनेह थाना अंर्तगत ग्राम पंचायत विजवार के ग्राम जरौंदा में इस निर्दयी मां ने अपने नवजात बच्चे को जन्म के तुरंत बाद ही खेत में गड्ढा खोदकर मिट्टी से ढंक दिया था। गांव की एक अन्य महिला नन्नीबाई उसी खेत से गुजर रही थी तो उसे नवजात के रोने की आवाज आई।
थोड़ी देर में ग्रामीण भी वहां पहुंच गए और मिट्टी को हटाकर नवजात को बाहर निकाला गया। रनेह थाना प्रभारी प्रसिता कुर्मी उसे लेकर सिविल अस्पताल पहुंचीं। डाक्टर्स की टीम ने नवजात को बार्मर मशीन में रखकर उसका इलाज शुरू किया। अस्पताल पहुंचे नवजात की सांसें चली रही थीं, लेकिन सिर मिट्टी में दबने के कारण कई जगह चोट के निशान आ गए। वहां से रक्त बह रहा था।
डाक्टर का कहना था कि अस्पताल आने के करीब पांच घंटे पूर्व ही उसका जन्म हुआ था। गंभीर हालत में उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन वहां उसकी मौत हो गई।
इनका कहना है
जिसने भी यह कृत्य किया है, पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। मामला दर्ज कर जांच में लिया गया है।
– प्रसिता कुर्मी, थाना प्रभारी, रनेह।