Pakistan pm imran khan openly praised india in rally as the risk of losing power increased for him: digi desk/BHN/ नई दिल्ली/ पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधान मंत्री इमरान खान (Imran khan)को एक तरफ सत्ता छिनने का खौफ सता रहा हो, तो दूसरी तरफ भारत की याद आ रही है। पूर्व क्रिकेट कप्तान से राजनेता बने इमरान खान ने मलकंद में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मैं आज हिंदुस्तान को दाद देता हूं। इसने हमेशा एक स्वतंत्र विदेश नीति बनाए रखी है। इससे पहले जनवरी में, इमरान खान ने सूचना और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में तेजी के लिए भारत की प्रशंसा की थी, और निवेश को आकर्षित करने वाली नीतियों की सराहना की थी।
दरअसल पाकिस्तानी प्रधानमंत्री कई तरफ से घिरे हैं। उनसे ना तो देश की अर्थव्यवस्था संभल रही है और ना ही विदेश के सहयोगियों के साथ रिश्ता। एक तरफ विपक्ष ने उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का कवायद शुरु कर दी है, तो दूसरी तरफ IMF ने देश को ग्रे लिस्ट में ही रखे जाने के संकेत दिये हैं। ऐसे में इमरान खान ना तो जनता को खुश रख पा रहे हैं, और ना ही देश की इज्जत बचा पा रहे हैं।
अपनी ही पार्टी में बगावत
25 मार्च को पाकिस्तान नेशनल असेंबली में उनके खिलाफ संयुक्त विपक्ष की तरफ से अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जाएगा। माना जा रहा है कि उनकी पार्टी PTI के बड़ी संख्या में विधायक भी सरकार के खिलाफ मतदान करने वाले हैं। 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में क्रिकेटर से नेता बने खान को हटाने के लिए विपक्ष को 172 वोटों की जरूरत है। पीटीआई के सदन में 155 सदस्य हैं और सरकार में बने रहने के लिए कम से कम 172 सांसदों की जरूरत है।लेकिन परेशानी ये है कि सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के करीब दो दर्जन सांसदों ने बगावती तेवर अपना लिए हैं। वैसे, इमरान खान सरकार ने विपक्षी दलों पर सांसदों की खरीद-फरोख्त करने का आरोप लगाया है। इसकी वजह ये है कि बागी सांसद इस्लामाबाद स्थित सिंध हाउस में ठहरे हुए हैं जो कि सिंध सरकार की संपत्ति है।
सेना ने भी साथ छोड़ा
जहां एक तरफ इमरान खान को विपक्ष और अपने ही सांसदों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है, तो वहीं इमरान खान कथित तौर पर पाकिस्तानी सेना का समर्थन भी खो बैठे हैं। खुफिया जानकारी के अनुसार सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और डीजी ISI लेफ्टिनेंट जनरल नवीद अंजुम ने खान को OIC सम्मेलन के बाद पद छोड़ने के लिए कहा है।