सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कलेक्टर बंगले में रविवार की सुबह कोरोना काल में अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों के लिए खुशियों के नए रंग लेकर आई। कलेक्टर सपरिवार जिले भर के इन बच्चों के मेजबान बने और अपने निवास में इन बाल मेहमानो की खूब आव-भगत की। कलेक्टर अनुराग वर्मा के साथ उनके विशेष रूप से बाल सुलभ साज-सज्जा युक्त कलेक्टर बंगले मे जिले भर से आये 120 बच्चों ने आत्मीयता पूर्वक होली मनाई, रंग-गुलाल के साथ मस्ती की। बच्चों ने फिसलन पट्टी, झूले और डीजे डांस का मजा लिया। बच्चे जब वापस लौटे तो उनके हाथों में गिफ्ट और चेहरों पर खुशी भरी मनमोहक मुस्कान नजर आई।
उल्लेखनीय है कि महिला एवं बाल विकास विभाग तथा बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) ने कलेक्टर अनुराग वर्मा की विशेष पहल पर रविवार को कलेक्टर बंगले में बाल रंग ‘बच्चों के संग होली’ का आयोजन किया गया था। यह आयोजन कोरोना काल मे अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों के लिए खुशियां बांटने का था। जिसमें शासन की योजना के तहत उनके संरक्षण, पालन-पोषण में सहयोग कर रही संस्थाओं के प्रतिनिधि भी आमंत्रित किये गए थे।
कलेक्टर अनुराग वर्मा, उनकी पत्नी और उनकी नन्ही बेटियों ने इन बच्चों पर पुष्प वर्षा कर गुलाल लगाया, और आत्मीयता से होली खेल कर अपनेपन का अहसास दिलाया। पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह, अपर कलेक्टर राजेश शाही, डीपीओ सौरभ सिंह, पीआरओ राजेश सिंह, श्याम किशोर द्विवेदी, सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष राधा मिश्रा, सदस्य जान्हवी त्रिपाठी, रेखा सिंह, चन्द्र किरण के अलावा बिरला सीमेंट और प्रिज्म सीमेंट के प्रतिनिधियों ने भी बच्चों को गुलाल लगाया और होली की शुभकामनाएं दीं।
कलेक्टर बंगले में पॉपकॉर्न, बुढ़िया के बाल, आइसक्रीम का भी इंतजाम
बाल रंग के अवसर पर बच्चों के लिए कलेक्टर बंगले में पॉपकॉर्न, बुढ़िया के बाल, आइसक्रीम का भी इंतजाम था। बच्चों ने झूलों पर भी खूब मस्ती की। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी एक फिल्म चलो जीते है…… भी प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाई गई। इस दौरान बच्चों के साथ कलेक्टर और उनकी पत्नी ने तस्वीरें भी खिंचवाईं।
प्रशासन इनके अभिभावक की भूमिका निभाने में कोई कसर नही छोड़ेगा-कलेक्टर
कलेक्टर अनुराग वर्मा ने बताया कि महामारी ने इन बच्चों के परिजन इनसे भले ही छीन लिए हों लेकिन शासन और प्रशासन इनके अभिभावक की भूमिका निभाने में कोई कसर नही छोड़ेगा। उनकी देख रेख, शिक्षा-दीक्षा का प्रबंध तो किया ही गया है त्यौहारों पर खुशियां भी इनके साथ बांटने में पीछे नही हटेगा।
बच्चों के चेहरों पर खुशी देखकर मन आनंदित होता है, लगता है कि जीवन मे कुछ अच्छा किया। महिला एवं बाल विकास विभाग और सीडब्ल्यूसी को बाल रंग का आयोजन करने के लिए कहा गया था। इसके पूर्व इन बच्चों के साथ दीपावली की खुशियां भी बांटी गई थीं। हमारी कोशिश है कि हर त्यौहार इन बच्चों के साथ मनाए जाएं।