Chernobyl nuclear power plant is no longer transmitting data to the un watchdog iaea: digi desk/BHN/वियना/ रूसी सैनिकों द्वारा पिछले महीने कब्जा किए गए यूक्रेन के चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र ने आइएईए को डाटा देना बंद कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था ने मंगलवार को कहा कि वह उत्तरी यूक्रेन में स्थित इस परमाणु संयंत्र में काम कर रहे कर्मचारियों को लेकर चिंतत है। चेर्नोबिल संयंत्र वर्तमान में चालू नहीं है। इस बीच रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोव ने कहा कि एनपीपी की स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है। रूसी सैनिक, यूक्रेन के विशेषज्ञ व नेशनल गार्ड संयुक्त रूप से काम कर रहे हैं।
विकिरण का खतरा
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आइएईए) ने यूक्रेन के परमाणु नियामक से मिली जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि इस संयंत्र में निष्क्रिय रिएक्टरों के साथ रेडियोधर्मी अपशिष्ट केंद्र भी हैं।
रिमोट डाटा का संप्रेषण बंद
वियना स्थित एजेंसी ने एक बयान में कहा, ‘आइएईए के महानिदेशक राफेल ग्रोसी ने इशारा किया है कि चेर्नोबिल एनपीपी में स्थापित सुरक्षा उपायों की निगरानी प्रणाली से रिमोट डाटा का संप्रेषण बंद हो गया है। एजेंसी यूक्रेन में अन्य स्थानों पर सुरक्षा उपायों की निगरानी प्रणाली की स्थिति देख रही है।’ आइएईए प्रमुख राफेल ग्रोसी ने कहा, ‘मैं चेर्नोबिल एनपीपी में कर्मचारियों के सामने आने वाली कठिन व तनावपूर्ण स्थिति तथा परमाणु सुरक्षा को लेकर बहुत चिंतत हूं।’
13 दिनों से लगातार काम कर रहे 210 कर्मचारी
यूक्रेन के अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के आधार पर आइएईए ने कहा, ‘चेर्नोबिल ऊर्जा संयंत्र के सुरक्षित प्रबंधन के लिए स्टाफ में बदलाव करने की तत्काल जरूरत है। वहां 210 लोग 13 दिनों से लगातार काम कर रहे हैं।’ रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 24 फरवरी को यूक्रेन के खिलाफ विशेष सैन्य अभियान के आदेश दिए थे। एजेंसी ने कहा, ‘कर्मचारी दुनिया की सबसे भीषण परमाणु आपदा (वर्ष 1986) की जगह पर रह रहे हैं, जहां भोजन, पानी व दवा तक उनकी पहुंच बहुत सीमित है। उनकी स्थिति खराब हो रही है।’
बिजली आपूर्ति हुई बंद, जनरेटर का सहारा
यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा कि चेर्नोबिल एनपीपी की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। अब वहां जनरेटर से ऊर्जा की आपूर्ति की जा रही है। संयंत्र में सिर्फ 48 घंटे का ही डीजल उपलब्ध है। विदेश मंत्री दमित्रो कुलेबा ने कहा कि ग्रिड की आपूर्ति प्रणाली में दिक्कत आ गई है, जिसकी मरम्मत के लिए युद्धविराम की बात की गई है।