Maha Shivratri 2022: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ हिंदू पंचांग के मुताबिक फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर हर साल महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाता है। हालांकि ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार हर साल तारीख बदलती रहती है क्योंकि ये त्योहार पारंपरिक हिंदू चंद्र कैलेंडर के अनुसार निर्धारित होते हैं। इस साल Maha Shivratri पर्व 1 मार्च को मनाया जाएगा। यहां जानें Maha Shivratri पर्व पर व्रत रखने और पूजा करने के पूरे नियम –
Maha Shivratri Vrat: महाशिवरात्रि पर ऐसे रखें व्रत, जानिए उपवास करने के नियम और पूजा विधि
व्रत नियम
व्रत का पालन करने से पहले इस बात का ध्यान रखें कि आप पूरी तरह से स्वस्थ है या नहीं क्योंकि तबीयत खराब रहने की स्थिति में व्रत करना स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर भी डाल सकता है। यदि आप ठीक महसूस कर रहें हैं तो ब्रह्म मुहूर्त के दौरान जल्दी उठें और उसके बाद नहा धोकर साफ कपड़े पहनें। कुछ देर ध्यान करने के बाद यह संकल्प लें कि आप पूरे दिन ईमानदारी से व्रत का पालन करेंगे। साथ ही व्रत का पालन करते हुए ब्रह्मचर्य बनाए रखें।
व्रत के दौरान इन चीजों का न करें सेवन
Maha Shivratri का व्रत कर रहें हैं तो इस दौरान किसी भी रूप में चावल, गेहूं या दाल का सेवन सख्त वर्जित है। महाशिवरात्रि पर काफी संयम का पान करें। पूरे दिन फल, दूध और व्रत के अनुसार ही चीजों का सेवन करें। साधारण नमक के स्थान पर सेंधा नमक का सेवन करें।
भगवान शिव का स्मरण करें व पूजा करें
Maha Shivratri पर्व पर विशेष रूप से भगवान भोलेनाथ की पूजा की जाती है। महाशिवरात्रि पर घर में शिवलिंग या भगवान शिव की मूर्ति स्थापित करते तेल या घी का दीपक लगाएं और शुद्धजल या गंगाजल से भगवान का अभिषेक करें। ओम नमः शिवाय का जाप करते हुए भगवान शिव को गंगा जल, कच्चा दूध, धतूरे के फूल और फल, बेलपत्र आदि चढ़ाएं। भगवान शिव के प्रबल भक्त रात भर जागते रहते हैं और पूजा करते हैं।
उपवास का उद्देश्य
दरअसल उपवास के प्राथमिक उद्देश्यों है, शरीर और दिमाग को नियमित जीवन से बहुत जरूरी ब्रेक देना। उपवास से शरीर में मौजूद टॉक्सिन पदार्थों से छुटकारा पाने में मदद मिलती है। साथ ही तामसिक गुणों को उत्तेजित करने वाले खाद्य पदार्थों से बचा जाता है। ब्रह्मचर्य बनाए रखने से अनुयायी आत्म-संयम और आत्म-संयम का अभ्यास करते हैं।