The amount of crop insurance was not deposited in the accounts of farmers in many places in madhya pradesh: digi desk/BHN/भोपाल/ प्रदेश के 49 लाख 85 हजार 24 किसानों को खरीफ 2020 और रबी 2020-21 का फसल बीमा सात हजार 618 करोड़ रुपये मिलना है लेकिन कई जगह राशि खातों में नहीं पहुंची है। इसको लेकर राजगढ़, विदिशा, शाजापुर सहित अन्य जिलों से शिकायतें भी आई हैं। सहकारिता विभाग भी यह पता लगाने में जुटा है कि किस वजह से खातों में फसल बीमा की राशि नहीं पहुंची है। इसके लिए अपेक्स बैंक ने बीमा कपंनियों से किसानों की सूची मांगी है ताकि जो समस्या आ रही है, उसे दूर कराया जा सके। उधर, कांग्रेस ने विधानसभा के बजट सत्र में इस मुद्दे को उठाने की तैयारी कर ली है।
12 फरवरी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिंगल क्लिक के माध्यम से किसानों के खातों में फसल बीमा की राशि अंतरित करने की शुरुआत की थी। किसानों को भी बड़ी उम्मीद थी कि यह राशि मिलने से उन्हें काफी मदद मिलेगी क्योंकि पिछले लगातार खरीफ की फसल अतिवर्षा से प्रभावित हो रही है। इस बार भी ओलावृष्टि से एक लाख 46 हजार से अधिक किसानों की फसल क्षतिग्रस्त हुई है।
राजस्व परिपत्र पुस्तक के प्रविधान के तहत 202 करोड़ रुपये से अधिक की राहत राशि किसानों को वितरित की जा चुकी है और फसल बीमा से अग्रिम दिलाने का प्रयास भी किया जा रहा है। उधर, खरीफ 2020 और रबी 2020-21 के फसल बीमा की राशि नहीं मिलने को लेकर किसानों में नाराजगी है। दरअसल, बैंक फसल बीमा को लेकर स्थिति स्पष्ट ही नहीं कर रहे है।
बकाया ऋण की वसूली भी फसल बीमा से की जा रही है। जबकि, डिफाल्टर किसान के अलावा किसी किसान से बिना उसकी सहमति के बीमा राशि से ऋण का समायोजन नहीं किया जा सकता है। किसानों के खातों में बीमा राशि नहीं पहुंचने की शिकायत को लेकर सहकारिता विभाग ने बैंक और बीमा कंपनियों के अधिकारियों के साथ बैठक की।
इसमें पता चला कि कुछ बैंक शाखाओं द्वारा आइएफसी कोड गलत डाल दिए गए तो कुछ बैंक खातों के नंबर में त्रुटि है। अपेक्स बैंक के प्रभारी प्रबंध संचालक पीएस तिवारी का कहना है कि अभी तक बीमा कंपनी से किसानों की सूची प्राप्त नहीं हुई है। जब यह नहीं जाती है, तब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाएगा कि कितने किसानों के खातों में किस कारण से बीमा की राशि नहीं पहुंची।
सदन में कराएंगे चर्चा
कांग्रेस विधायक दल के सचेतक डा.गोविंद सिंह का कहना है कि प्रदेश में कहीं भी किसानों को फसल बीमा की राशि नहीं मिल रही है। बैंक बीमा राशि से कर्ज की वसूली कर रहे हैं। इसको लेकर विधायकों ने जानकारी दी है। व्यापक हित से जुड़े इस मामले में सदन में चर्चा कराने के लिए सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है।