Begging of children will be strictly prohibited in the religious and tourist city of madhya pradesh: digi desk/BHN/भोपाल/ प्रदेश की धार्मिक और पर्यटन नगरी ओंकारेश्वर, उज्जैन, महेश्वर सहित अन्य में बच्चों को भीख मांगने पर सख्ती से रोक लगाई जाएगी। इसके लिए इन नगरों में सतर्कता दल गठित किए जाएंगे, जो भीख मांगने वाले बच्चों की काउंसलिंग और उन्हें इस दलदल से बाहर निकालने में मदद करेंगे। इस दौरान यह भी देखा जाएगा कि बच्चे किसी मजबूरी में तो भीख नहीं मांग रहे हैं। इसमें जिला विधिक प्राधिकरण की मदद भी ली जाएगी। इतना ही नहीं, जिले के अधिकारियों को ‘माइ डिस्ट्रिक इज क्लीन आफ स्ट्रीट चाइल्ड” लिखकर देना होगा।
प्रदेश के धार्मिक और पर्यटन नगरों में भिखारी बड़ी संख्या में हैं। लगभग हर मंदिर या प्रसिद्ध स्थल के बाहर भिखारी मिल जाएंगे। इनमें बच्चों की संख्या ज्यादा होती है। महिला एवं बाल विकास विभाग ने संबंधित जिलों में जिला कार्यक्रम अधिकारी और संयुक्त संचालकों को ऐसे नगरों में भीख मांगने वाले बच्चों को खोजने की जिम्मेदारी सौंपी है।
प्रदेश की छवि सुधारने की कवायद
यह मशक्कत खासकर प्रदेश की छवि सुधारने के लिए की जा रही है। दरअसल, प्रदेश के धार्मिक और पर्यटन नगरों में दूसरे प्रदेश और देश से लोग आते हैं। बच्चे जब उनसे भीख मांगते हैं, तो प्रदेश की छवि खराब होती है। इसे देखते हुए विभाग ने यह कदम उठाया है।
इन स्थानों पर रहेगा विशेष फोकस
उज्जैन, ओंकारेश्वर, महेश्वर, चित्रकूट, मैहर, मांडू, ओरछा, ग्वालियर, खजुराहो आदि पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं। क्योंकि इनमें से ज्यादातर स्थानों पर विदेशों से भी पर्यटक आते हैं।