Health And Nutrition: रायपुर/ मौसम में बदलवा के साथ नवंबर में सर्दियां शुरु होने लगी हैं। ऐसे में खान- पान का विशेष ख्याल रखने की जरुरत है। सर्दियों में कौन सी सब्जियों को खाया जाए और कौन सी सब्जियों को भोजन में कम किया जाए, यह जानना भी जरूरी है।
कोरोना संक्रमण के काल में सेहत को तंद़रुस्त बनाए रखने के लिए जिन सब्जियों की तासीर ठंडी होती है उन्हें खाने से निकाल दें। भोजन में सब्जियों का असर सीधे स्वास्थ्य पर पड़ता है। इसके अलावा इस मौसम में कम एक्टिविटीज के चलते लोग को वजन बढऩे या कब्ज जैसी समस्या भी हो जाती है। लोग जल्दी इस मौसम में खांसी, जुकाम, बुखार, रूखी त्वचा, मुरझाए बाल आदि के शिकार भी हो जाते हैं। इन सब से बचने के लिए खान-पान का बेहतर होना बेहद जरूरी है।
गले में कफ बनने से हो सकता कोरोना संक्रमण का खतरा
डॉ. दास ने बताया सर्दियों के सीजन में मूली की सब्जी व भाजी से परहेज करने की जरुरत है। इससे शरीर को ठंड मिलने से कफ की समस्या बढ जाती है। इसका असर फेफड़ों को प्रभावित करता है। कोरोना वायरस के संक्रमण में फेफड़ों में समस्याएं होने से श्वांस लेने की तकलीफ की शिकायतें भी मिली है। ऐसे में दही, आइसक्रिम और फ्रीज में रखे फलों का सेवन से बचना चाहिए। वहीं सर्दियों में गर्म पानी पीने से कई तरह की समस्याओं से राहत मिलता है।
आयुवेर्दिक चिकित्सक डॉ रंजीप कुमार दास का कहना है सर्दियों में कदम रखने का मतलब है आलस भरे माहौल में कदम रखना। `ऐसे में हमारे दिमाग में सबसे पहले सवाल यह आता है कि इस मौसम में क्या खाया जाए और क्या नहीं।हर सब्जी की अपनी एक खासियत होती है। कोई भी सब्जी इतनी बुरी नहीं है कि वह किसी भी कारण से सेवन करने के लिए अयोग्य हो। लेकिन रंगीन और मौसमी सब्जियां और फल हमेशा सेहतमंद आहार का हिस्सा बनते हैं।‘
खीरे व तोरई का सेवन
गर्मी में खीरे को सबसे ज्यादा खाया जाता है क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है। इसके अलावा खीरे में विटामिन ए, फाइबर, फॉलिक एसिड आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं। लेकिन सर्दियों में इसकी जगह लोग गोभी, गाजर आदि को अपने भोजन में जोड़ लेते हैं। सर्दी में ऐसी चीजों का सेवन करें जिस की तासीर गर्म हो। ठंडी तासीर वाली तोरई को खाने से गर्मियों में पानी की कमी नहीं होती। इसके अलावा इसके अंदर विटामिन-सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इनका सेवन सर्दियों में भी किया जा सकता है क्योंकि पानी की कमी को पूरा करते हैं इसलिए ये त्वचा को हाइड्रेट करने में भी मददगार है। इसके अलावा कोलेस्ट्रॉल पर नियंत्रण करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। लोग इसे अपने खाने में जोड़ भी सकते हैं और इनकी जगह कुछ हरी पत्तेदार सब्जियों को भी जोड़ सकते हैं।
हरी पत्तेदार सब्जियां, नारंगी और पीले रंग की सब्जियां
डिग्री गर्ल्स कॉलेज की फूड एवं न्यूट्रेशन विभाग की प्रो. अभ्या आर. जोगलेकर बताती हैं ठंड के दिनों में बाजार में सीजनल सब्जियों की बम्पर आवक होती है। इस लिए फूलगोभी, गाजर, मटर, सेमी, ग्वार फल्ली, बरबट्टी की आवक बाजार में आने लगती है। सर्दियों के मौसम में हरी पत्तेदार सब्जियां सबसे जल्दी खराब होने वाली सब्जियां हैं। पालक और गोभी में बीटा- कैरोटीन (विटामिन ए का प्रीसेक्टर), विटामिन सी और विटामिन-के से भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
यह सब्जियां विटामिन, कैल्शियम, कॉपर, आयरन से भी भरपूर होते हैं। डॉ. जोगलेकर बताती हैं गोभी, शलजम इत्यादि जैसी गुणकारी सब्जियां ग्लूकोसाइनोलेट्स के समृद्ध स्रोत बनती हैं। गाजर कैरोटीनॉयड एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर हैं। चुकंदर में मौजूद बीटालिन में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।शकरकंद में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह एन्थोसाइनिंस की उपस्थिति के कारण एंटीऑक्सिडेंट गुण रखती है।