पन्ना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ पन्ना जिले के शिक्षक विजय कुमार चंद्रसौरिया ने मिसाल पेश की है। उन्होंने सेवानिवृत्त होने के बाद मिलने वाली लगभग 35 से 40 लाख की राशि गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए संकुल को दान में दे दी है। एक गरीब परिवार में जन्मे श्री चंद्रसौरिया दूध बेचकर और रिक्शा चलाकर अपना गुजारा किया और पढ़ाई पूरी की। इसके बाद वह पन्ना जिले के रकसेहा संकुल में प्राथमिक शाला में सहायक शिक्षक के पद पर लगभग 35 वर्ष शिक्षा देते हुए 31 जनवरी 2022 को सेवानिवृत्त होने के पश्चात अपनी जीपीएफ और ग्रेच्युटी की लगभग 40 लाख की राशि विद्यालय के गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए दान कर दी यह फैसला उन्होंने अपनी पत्नी एवं बच्चों की सहमति से लिया है।
हमें जितना मौका मिले अच्छा करना चाहिए
सेवानिवृत्त शिक्षक श्री चंद्रसौरिया ने कहा कि इच्छाएं कभी पूरी नहीं होती। हमें जितना भी मौका मिले अच्छा करना चाहिए। इसी को ध्यान में रखकर मैंने यह निर्णय लिया है और आगे भी जो भी सहयोग बच्चों के लिए होगा वह करता रहूंगा। मुझे वह दिन याद है जब मैं त्योहारों पर बच्चों के लिए मिठाई लेकर जाता था तो उनकी खुशी देखकर ऐसा प्रतीत होता था कि साक्षात ईश्वर हमारे सामने खड़े हों। बच्चों की खुशी में ही मुझे खुशी मिलती है इसीलिए बच्चों के लिए मेरा सब कुछ अर्पण हैं।
जुगल किशोर मंदिर प्रांगण में सम्मान
पन्ना जिले के रक्सेहा संकुल अंतर्गत प्राथमिक शाला खंदिया से सेवानिवृत्त हुए सहायक शिक्षक विजय कुमार चंद्रसौरिया जिनके द्वारा 31 जनवरी 2022 को सेवानिवृत्त हुए। 2 फरवरी को श्री जुगल किशोर मंदिर में आयोजित सम्मान समारोह में अखिल भारतीय संविदा कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर अजय तिवारी और अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद की महिला प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष डा. स्वाति तिवारी सहित नगर के कई गणमान्य नागरिकों द्वारा शाल श्रीफल एवं पुष्प माला से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर श्री तिवारी ने कहा कि ऐसे महान शिक्षक से लोगों की प्रेरणा लेने की आवश्यकता है।